आज में आपके लिए “Horror Story in Hindi to Read | एक बूढ़ी आत्मा की दर्दनाक कहानी” एक अनोखी चुड़ैल की कहानी लेकर आयी हु। ये कहानी सभी असली कहानी से समन्धित हे।
हमें कहानी सुनना बहुत ही पसंद करते हे और खास करके भुत, प्रेत, चुड़ैल की कहानी हो तो कहानी सुनने की मजा ही अलग होता हे। हन्टेड कहानी जैसा भुत, प्रेत, चुड़ैल, और आत्मा की कहानी बहुत ही रोचक और मजेदार होता हे।
Horror Story in Hindi to Read
आज में एक नया और आनोखी असली “Horror Story in Hindi to Read” एक अनोखी असली भुत और चुड़ैल की कहानी” बताने बाला हु जो बहुत ही दर्दनाक और दिल देहेला देना बाला हे। भुत-प्रेत की कहानी सुनना लगभग सभी ने बहुत ही पसंद करते हे।
और भुत, चुड़ैल की कहानी सुनने के बाद बहुत डर भी लगता हे। ऐसा मुहसुस होता हे की कोई हमारा पीछे खड़ा हे या कोई हमें देख रहा हैं। और ये सोच कर हमारा रोंगटे खड़ा हो जाता हे। अगर आपकी दिल में सही में हिम्मत हे तो चलिए इस बूढ़ी आत्मा की दर्दनाक कहानी का सफर करते हे –
भूतिया घर की कहानी – Short Horror Stories in Hindi
15 अगस्त यानी इंडिपेंडेंस डे से एक रात पहले 16 साल की रुचि बहुत खुश थी। अपनी छत से बह आसमान की तरफ बहुत ध्यान से देख रही थी क्योंकि अगले दिन सुबह वही आसमान पतंगों से भर जाने वाला था। वैसे तो पतंग उड़ाना और 15 अगस्त दोनों अपने आप में खास है। पर पुरानी दिल्ली की छाते उस दिन कुछ अलग ही चमक थी।
रूचि हर साल पुरानी दिल्ली अपनी ताई जी के घर बस यही देखने आ जाती हैं। पर उस छत से कुछ और भी दिखता था। सालों से खाली पड़ा ये घर C-145, गुरुजी के ताई जी के घर के ठीक सामने था। और एक खंडार बन चुका था।
लेकिन रूचि उस रत जब आसमान की तरफ देख रही थी अचानक उसे उस खंडार में से किसी के रोने की आवाज आने लगी। ऐसा लग रहा था कि जैसे कोई बूढ़ी औरत दर्द से रो रही है और मदद के लिए किसी को पुकार रही है। उसने ध्यान से देखा घर की खिड़की पर कोई बूढ़ी औरत हो। दूर होने की वजह से रूचि को उसका चेहरा साफ साफ तो नहीं दिखा।
लेकिन उसे इतना समझ आ रहा था कि वह शायद उसी की तरफ देख रही है। रूचि ये देखकर बेहद घबरा गई और छत से भाग गई। रुचि ने अपने कमरे में पहुंचने तक पीछे मुड़कर नहीं देखा। उस खिड़की को एक बुरा सपना मान कर किसी तरह सो गए।

अगले दिन इंडिपेंडेंस डे की बधाइयों के बीच सब अपनी अपनी पतंगे तैयार करने में लगे हुए थे। पर रुचि अब तक पिछली रात के बारे में ही सोच रही थी। लेकिन जब उसका ध्यान पुरानी दिल्ली के आसमान पर गया जो हर रंग की पतंग से खिल खिला रहा था।
तो वह भी अपनी पतंग को तैयार करने में लग गई। रुचि अपनी पतंग उड़ाने ही जा रही थी कि पता नहीं कैसे कोई कंकर आया और सीधा रुचि की पतंग पर लगा। इससे उसकी पतंग फटगयी।
सूची बहुत ज्यादा मायूस हो गई। लेकिन तभी उसने अपने सामने वाले घर C-145 की खिड़की पर देखा एक कटी पतंग उड़ते उड़ते इसी खिड़की के अंदर जा गिरी। उसे पता लगाना था की कंकर किसने मारा है उससे पहले ही उसे नहीं पतंग दिख चुकी थी।
और वह किसी को बिना बताए सामने वाले घर में पतंग लेने चली गई थी। उस घर तक पहुंची तो दरवाजा खुला हुआ था। बंद पड़े घर का दरवाजा खुला होना अजीब था।
ये भी पड़े:
- Kundanbagh Hyderabad Horror Story Real in Hindi
- The Best Horror Love Story in Hindi of Jinn and a Girl
पर बिना कुछ सोचे समझे अंदर चली गई। घर में बस अँधेरा था तभी उसकी नजर खिड़की के पास पड़ी उस पतंग पड़ गई और बह उस पतंग को उठानी ही वाली थी कि उसे अचानक किसी चीज के सरने की बदबू आने लगी। बह बदबू बाथरूम की तरफ से आ रही थी। बहा जाकर रूचि की पैरों तले जमीन खिसक गई।
बाथरूम मैं एक बूढ़ी औरत की लाश पड़ी थी उसके सर से खून बह रहा था और उसका चेहरा बहुत डरावना लग रहा था। रूचि ये सब देख ही रही थी कि अचानक उस लाश ने अपनी आंखें खुली तो अजीब तरीके से हिलने लगी ऐसा लग रहा था कि जैसे बह उठने की कोशिश कर रही है।
रुचि घबराहट के मारे बहुत जोर से चिल्लाई और उस घर से बाहर की तरफ भागी। बह अपने घर की सीढ़ियां चढ़ी रही थी अचानक उसका पैर फिसल गया और वह सीढ़ियों से नीचे गिर गई।
जब उसकी आंख खुली तो वह अपने कमरे में थी और उसकी ताई जी उसके साथ बैठी हुई थी रुचि उन्हें गले लगा कर बुरी तरह रोने लगी और कहने लगी कि सामने वाले घर में कोई मर गया है।
तब उसकी ताई हैरान हो गई उन्होंने बताया कि वह घर चांदनी चौक का एक बहुत पुराना घर है। वहां कोई जानकी देवी नाम की औरत रहती थी। उस घर में अकेले रहती थी और कभी बाहर नहीं निकलती थी। लोग कहते थे कि वह बहुत खड़ूस थी और कुछ साल पहले ही उसकी मौत हो गई थी।
और 1 हफ्ते तक किसी को पता भी नहीं चला कि वह औरत मर गई थी जब उसके घर से सड़ी हुई बदबू आने लगी तो कुछ लोग देखने गए और उन्होंने पाया कि जान की देबि तो बाथरूम में गिरने की वजह से मर चुकी है।
यह सब सुनकर रुचि का दिल बैठ गया। उस दिन के बाद से रुचि ने अपनी ताई जी के घर जाना एकदम बंद कर दिया। लेकिन आज भी रुचि उस बूढ़ी औरत की दर्दनाक चीखें कभी भूल नहीं पाएगी।
Horror Story in Hindi to Read – निष्कर्ष
आज की “Horror Story in Hindi to Read | एक बूढ़ी आत्मा की दर्दनाक कहानी” ये कहानियाँ आपको केसा लगा ? ये कहानी असली हे या काल्पनिक हमें तो नहीं पता लेकिन ये कहानी एक सत्य घटना पर आधारित हे।
तो मित्रो रात में अकेला किधर भी घूमने मत जाये। कोई भी हन्टेड जगह पर तो बिलकुल नहीं जाना। और जाना हे तो अबश्य पहले उस जगह की बारे में पाता जरूर कर लेना। क्यूंकि असाब्धानिता हमें हानि पहुंचा सकता हे।
हमारे ये कहानी “Horror Story in Hindi to Read | एक बूढ़ी आत्मा की दर्दनाक कहानी” आपने दोस्तों ओर परिबार से जरूर साझा करना।
Horror Story in Hindi to Read – FAQ
Q. इस कहानी में बूढ़ी आत्मा कौन थी?
A. इस कहानी में “Horror Story in Hindi to Read” जानकी देवी नाम की एक बुज़ुर्ग औरत थी जो उस घर में अकेले रहती थी और कभी बाहर नहीं निकलती थी। बहा की लोगोंकी की कहना हे की बह औरत बहुत खड़ूस किसम की थी और कुछ साल पहले ही उसकी मौत हो गई थी।
Q. कहानी में आत्मा का दर्द किस बात का था?
A. उसका दर्द था अधूरी ममता का, वह अपने बेटे से आखिरी बार मिल नहीं पाई, और वही उसकी आत्मा को शांति नहीं मिलने का कारण बना।
Q. किया आत्मा किसी को नुकसान पहुँचाती थी?
A. नहीं, वह किसी को डराने नहीं, बल्कि अपनी अधूरी कहानी सुनाने आती थी, ताकि कोई उसकी सच्चाई दुनिया को बता सके।
Q. इस कहानी की सबसे भावुक घटना कौन-सी थी?
A. इस कहानी का “Horror Story in Hindi to Read” सबसे घटना हे , जब रूचि अपने पतंग लेने उस हवेली में गई थी और बहा बाथरूम में जब उस बूढ़ी औरत की लाश देखा तब रूचि का पेरो तले जमीन किशक गई थी।
Q. इस कहानी से हमें क्या सीख मिलती है?
A. इस कहानी से “Horror Story in Hindi to Read” हमें ये सिख मिला हे की , किसी अनजान जगह पर अकेला नहीं जाना हे और जाना हे तो पहले उस जगह की बारे में आछे तरह से पता करने की बाद जाना हे ताकि हमें कोई हानि ना पहुंचे।



Excellent breakdown, I like it, nice article. I completely agree with the challenges you described.
Thanks