True Romantic Love Story in Hindi Book Part 2 | सच्चा प्यार हो तो एसा देव और पूजा की प्यार की कहानी

आज की ये “True Romantic Love Story in Hindi Book Part 2”  सच्चा प्यार हो तो एसा। देव और पूजा की प्यार की ये कहानी का दूसरा और आखरी भाग हे।

 “True Romantic Love Story in Hindi Book Part 1” में आपने पड़ा हे की देव की पिताजी ने पूजा की हाथ मांगने पूजा की घर गया था और पूजा की पिताजी ने देव की पिताजी को बेइज्जत करके घर से बाहार कर दिया था। 

True Romantic Love Story in Hindi Book

“True Romantic Love Story in Hindi Book Part 1” लेकिन किया इन दोनों की मिलन हो पायेगी? किया पूजा की पिताजी देव को अपना दामाद की रूप से मान लेगा?

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ऐसे बहुत सवालोँ की जबाब मिलना बाकि हे जो हम “True Romantic Love Story in Hindi Book Part 2” में जानेंगे। तो चलिए दोस्तो जानते हे देव और पूजा की प्यार की कहानी का दूसरा और अंतिम भाग –

सच्चा प्यार हो तो एसा देव और पूजा की प्यार की कहानी

True Romantic Love Story in Hindi Book Part 2 

True Romantic Love Story in Hindi Book
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देव की ये बात सुनतेही पूजा की भी आँखो में आशुओं की नदियांबेहेने लगे रोते रोते पूजा अपने पिताजी से कहते हे की, पिताजी में भी देव से बहुत प्यार करता हु बो मेरी जिंदगी हे।

उसके बिना में जी नहीं पाऊँगी और तो और अगर देव से मेरा शादी नहीं हुआ तो और भी किसीसे शादी नहीं कर सकती में सारे जिंदगी देव की ही इंतजार में गुजार दूंगी।

पूजा की ये बात सुनकर पूजाकी पिताजी ने गुस्से में आकर पूजा को एक थप्पड़ मार दिया। पूजा को बहुत ही चोट पहुंचा और पूजा ने रोते हुए आपने कमड़े जाकर कमड़े की दरबाजा जोर से बंद कर दिया और कमड़े में ही बहुत रोने लगी।

और पूजा की पिताजी ने देव और देव की माता-पिता को बहुत ही जलील किया और नौकर से कहा की ये लोगो को घर से बाहार निकल दो, ये सुनतेही देव और उनकी माता-पिता बड़े निराश और अपमान होकर पूजा की घर से चला गया।

इस घटना के एक हप्ते बाद ही पूजा की पिताजी ने पूजा की एक बड़े घर में शादी तय कर दिया और उन्हने जबर दस्ती 15 दिन की अंदर पूजा की सगाई भी कर दिया।

उधर देव की भी रेलवे में नकरी लग गयी थी। नकरी मिलने की बाद देव और देव की माता-पिता बहुत ही खुस हो गया। देव  नकरी मिलने पर खुश तो था लेकिन उसके दिमाग में सिर्फ पूजा की प्यार ही चल रहा था।

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एकदिन अचानक पूजा ने देव को फ़ोन किया और पूजा ने कहा की देव तुम कहा चले गए थे, मेने कितनी बार तुम्हारा नंबर मिलाया लेकिन तुम्हारा नंबर बंद आ रहा था।

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और तो और मेने अपनी एक सहेली को तुम्हारा घर में बेजा था तुम्हारा पता करने केलए लेकिन तुम्हारा घर में तो ताला लगा हुआ था। फिर एकदिन रस्ते में तुम्हारा दोस्त हरी मिला, और में हरी से तुम्हारा नया नंबर लेकर तुम्हे फ़ोन कर रहा हु।

देव में बहुत ही मुसीबत में हु क्यूंकि मेरे पिताजी ने मेरा सगाई किसी और से जबर दस्ती करबा दिया हे। में तुम्हारे बिना किसीसे शादी नहीं करूँगा और में तुम्हारे बिना जी नहीं पाउँगा। देव तुम यहाँ जल्दी आ जाओ नहीं तो में अपनी जान दे दूंगी।

पूजा की बात सुनकर देव बहुत ही घबरा गया और कहा नहीं पूजा तुम ऐसा कोई भी कदम मत उठाना जिसकी बजह से तुम्हारे घर बालो को शर्मिंदा होना पड़े। और पूजा तुम किया सोचते हो में तुमसे प्यार नहीं करता?

में तो तुमसे भी ज्यादा प्यार करता हु, में तुमसे बेपनहा मोहब्बत करता हु पूजा, मे भी तुम्हारे बिना जी नहीं पाउँगा। पूजा एक बात सुनलो अगर हमारा प्यार सच्चा होगा तो हमें कोई जुदा नहीं कर सकता। भगबान पे भरोषा रखो सब ठीक हो जायेगा।

और पूजा हम दोनों घर से भाग कर भी शादी कर सकते हे लेकिन ये बात तुम्हे भी पता हे की जीबन में आने बाले बक्त में हमारे बच्चे भी ठीक ऐसा ही करेगा और हमें भी उसकी बजह से समाज में सर्मिन्दा होना पड़ेगा।

इसलिए पूजा हम दोनों को ही हमारा प्यार पर भरोषा और बिस्वास रखना चाहिए और उस भगबान का भी जिन्होंने हम दोनों को एक साथ मिलाया। अब बस तुम बेसा ही करो जैसा तुम्हारा पिताजी ने कहे रहा हे।

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ये बात कहते कहते देव की आँखो में खून की आशु बेहे रहे थे  अपना सारा दर्द सारा गम को छुपाकर पूजा को ये गलत कदम उठाने से बचा लिया। पूजा भी रोते हुए देव कहा देव,

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तुमने जो कहा में तुम्हारे कहने से आपने पिताजी की बात को मानकर शादी तो करलूँगा लेकिन एक बात कान खोलकर सुन लो शादी होने की बाद किसी और के पास सिर्फ मेरा शरीर ही जायेगा मगर मेरी दिल और मेरी आत्मा हमेशा सिर्फ तुमसे ही प्यार करेगा।

ये कहते हुए पूजा ने रोते हुए फ़ोन रख दिया। उधर देव भी बहुत रोता हुआ जमीन पर बैठ गयी। बह दोनों ही बहुत परेशान थे। और देखते ही देखते शादी का दिन आ ही गया और अब तो पूजा की चौखट पर बारात भी आगया था।

जैसे ही पूजा ने दुल्हन की जोड़ी में सीडीओ से निचे आ रही थी तभी अचानक पूजा को तेजी से चक्कर आ गया और चक्कर आने की बाद पूजा सीडीओ से निचे गिरता हुआ चला गया।

पूजा सीडीओ से गिरने से बेहोश हो गया था और पूजा की सर पे और पेरो पे बहुत ही ज्यादा चोट आ गया था। और सईद पूजा पेरो की हड्डी भी टूट चुकी थी। तभी पूजा की पिताजी ने जल्दी से एम्बुलेंस बुलाके हॉस्पिटल लेकर गया।

ये देखने की बाद देव की दोस्त हरी ने देव को तुरंत फ़ोन करके देव को हॉपस्पिटल बुला लिया। देव को हॉपस्पिटल में देखकर पूजा की पिताजी को बहुत ही गुस्सा आया।

लेकिन हॉपस्पिटल में उनके सारे रिस्तेदार होने की बजह से देव को पूजा की पिताजी कुछ भी नहीं कहे पाए। तभी डॉक्टर पूजा की इलाज करके बाहर निकलता हे और पूजा की पिताजी ने डॉक्टर से कहते हे की डॉक्टर मेरी बेटी अब कैसे हे?

तभी डॉक्टर ने कहता हे की पूजा की पेरो की हड्डी कुछ ज्यादा ही टूट गया था इसलिए मुझे एक छोटा सा ऑपरेशन करना पड़ा। बह बहुत जल्दी ही ठीक हो जायेगा, आप बिलकुल चिंता मत कीजे। हाँ और एक बात, पूजा की पैर सईद अब थोड़ा हल्का सा टेड़ा भी रहेगा। ये कहकर डॉक्टर बहा से चला जाता हे।

डॉक्टर ये बात सुनकर पूजा की होने बाला ससुर ने उसी बक्त पूजा से आपने बेटे की शादी के लिए बिलकुल ही माना कर देता हे। माना करने की बाद पूजा की पिताजी ने उनके सामने हाथ जोड़कर कहते हे,

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समधी जी आप इस शादी के लिए कैसे माना कर सकती हो? हमारी सारे तयारी हो चुकी हे सारे मेहमान आ चूका हे और एन्ड बक्त पर इस शादी केलिए माना कर रहेहो?

हम आपसे हाथ जोड़ कर मिनती करता हु, कृपा करके आप माना मत कीजे हमारे मान सम्मान की सवाल हे प्लीज हमारे बरमे सोचिये हमारे बेटी की बरमे सोचिये?

आप चाहे तो में आपको और 10 से 20 लाख रूपया और दे दूंगा मगर मेरी पूजा बेटी को अपना लीजे और में कुछ भी करके चाहे कितना भी पैसा खर्चा क्यों ना हो जाये में आपने पूजा बेटी की पैर ठीक करबा दूंगा।

तभी दूल्हा की पिताजी ने पूजा की पिताजी का हाथ हटके गुस्से में कहता हे की, तुम्हारी किया ओकात हे मेरे सामने, तुम किया लगा तुम मेरे बेटे को 10 से 20 लाख रूपया में खरीद लोगे।

तुमको पता हे मेरा बेटा 10 से 20 लाख रूपया यूँ ही खर्चा कर देता हे। और सुनो में सिर्फ तुम्हारी बेटी की शादी मेरे बेटे की साथ इसलिए करबा रहा था की पूजा बहुत की खूबसूरत हे,

लेकिन अब तो पूजा की पैर ही टूट गया हे। हमारे यह इसे अपसगुन कहते हे इसलिए में अभी इसी बक्त पूजा के साथ मेरा बेटा की रिस्ता पूरी तरह तोड़ देता हु। ये कहकर बह आपने बेटे और पूरी बारात लेकर बापस चला जाता हे।

ये बात से दुखी होकर पूजा की पिताजी ने हॉपस्पिटल में ही बहुत ही रोने लगता हे और उन्हें बो सारे बात याद आ जाता हे जो उन्होंने देव की पितजो को कहा था और उनको बहुत अपमान भी किया था।

ठीक उसी तरह आज भी बेज्जती हो गयी और धन दौलत धरा का धरा ही रहे गया। ये सोचते हुए पूजाकी पिताजी बहुत ही दुखी हो गए थे तभी अंदर से हॉपस्पिटल की एक नर्स पूजा को व्हील चेयर में बैठा कर बाहार लेकर आया।

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पूजा भी बहुत रो रहा था तभी पूजा की पिताजी ने कहा की पूजा बेटी अभी अभी तेरा होने बाला ससुर ने तेरा ये रिस्ता तोड़ कर चला गया और आपने बेटे और सरे बारात को भी साथ लेकर चला गया।

पूजा आपने पिताजी से कहते हे, पिताजी आप बिलकुल चिंता मत कीजे, जो होता हे अच्छे केलिए ही होता हे और आपकी बेटी का दूल्हा और बारात आपके बिलकुल सामने खड़ा हे।

तभी पूजा की पिताजी देखते हे की देव और देव की पिताजी और देव सारे दोस्त हाथ जोड़कर खड़े हुए थे। तभी पूजा आपने पिताजी से कहते हे की, पिताजी अब फैसला आपको करना होगा।

किया आपको धन दौलत बाला लड़का चाहिए या आपको मान सम्मान करने बाला और “मुझे सच्चा प्यार करने बाला” ये सुनतेही पूजा की पिताजी देव की पिताजी के पास जाकर हाथ जोड़कर माफ़ी मांगता हे। 

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और कहते हे, में आपने धन दौलत की घमंड में अँधा हो गया था, उस दिन मेने आपको बहुत ज्यादा अपमान किया था, में आपसे माफ़ी मांगता हु कृपा करके मुझे माफ़ कर दीजिये?

ये बात सुनेकी बाद देव की पिताजी ने बड़ी ख़ुशी से कहा, समधी जी आप ये माफ़ी बाफ़ी छोड़िये और जल्दी से देव और पूजा माँ की शादी की तयारी कीजिये। तब सभी मेहमान देव और पूजा की शादी में पहुंच जाती हे। और पूजा की पिताजी भी बहुत ही खुश थे। 

लेकिन पूजा की तो पैर में चोट थी तो शादी में फेरे कैसे हो पाते, तभी देव ने पूजा को आपने गोद में उठा लिया और गोद में उठाकर देव ने शादी का सारे रस्मे पूरी की। 

देव ने पूजा को कहा, देखा पूजा मेने तुमको कहा था ना अगर हमारा प्यार सच्चा हे तो भगबान ने हमें जरूर मिलाएंगे। ये सुनतेही पूजा बहुत ही खुश हो जाता हे और देव की गोद में बैठे बैठे ही देव की बाहोंमे लिपट जाता हे। 

और मिल जाता हे देव और पूजा की सच्चा प्यार। 

“सच्चा प्यार जिसको मिलता हे बह इस दुनिया का सबसे खुश किस्मत इंसान हे।”

True Romantic Love Story in Hindi Bookनिष्कर्ष

आज की “True Romantic Love Story in Hindi Book Part 2 | सच्चा प्यार हो तो एसा देव और पूजा की प्यार की कहानी” आप को केसा लगा, अगर ये प्यार की कहानी पढ़कर आपने प्यार की याद आ गयी तो हमें कमेंट में जरूर बताये।

ये “True Romantic Love Story in Hindi Book Part 1 & Part 2 | सच्चा प्यार हो तो एसा देव और पूजा की प्यार की कहानी” पोस्ट की उद्देश्य हे की, बह हर आमिर पिता के लिए जो दोनों सच्चा प्यार करने बाला की बिच में दीबार बन कर खड़ा हो जाता हे पैसे की घमंड की बजह से। 

उन पिताके पास मेरा निबेदन हे की, जो सच्चा प्यार करता हे उन दोनों को एक दूसरे से मिलने दो, आज की जमाना में पैसा से ज्यादा सच्चा प्यार करने बालो की बहुत कमी हे। क्यूंकि सच्चा प्यार बहुत ही खुश किस्मत बालो को मिलता हे। 

दोस्तों, हमारे साथ और ये कहानी “True Romantic Love Story in Hindi Book Part 1 & Part 2 | सच्चा प्यार हो तो एसा देव और पूजा की प्यार की कहानी” पड़ने केलिए बहुत बहुत ध्यन्यबाद। आपकी दिन शुभ हो।

True Romantic Love Story in Hindi Book – FAQ

Q. इस True Romantic Love Story in Hindi Book Part 2 का सबसे बड़ा संदेश किया है?

A. इस कहानी का मुख्य संदेश यह है कि सच्चा प्यार किसी भी मुश्किल के सामने टूटता नहीं है। परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों ना हों, भरोसा और सम्मान किसी भी रिश्ते को अंत तक साथ लेकर चलते हैं।

Q. देव और पूजा की कहानी पाठकों के दिल को क्यों छू जाती है?

A. कहानी की भावनाएँ बहुत वास्तविक लगती हैं—एक ओर माता-पिता का अहंकार, दूसरी ओर दो दिलों का सच्चा प्रेम। यह संघर्ष हर उस इंसान को छू लेता है जिसने कभी दिल से किसी को चाहा हो।

Q. किया देव और पूजा ने भागकर शादी की थी?

A. नहीं, कहानी “True Romantic Love Story in Hindi Book” में दोनों ने भाग करके शादी करने की रास्ता नहीं चुना। उन्होंने अपने प्यार पर भरोसा रखते हुए सही समय का इंतज़ार किया। यह कहानी दिखाता है कि सच्चा रिश्ता कभी भी गलत तरीकों से अपनी मंज़िल नहीं खोजता।

Q. कहानी में पूजा के पिता का व्यवहार क्यों बदल गया?

A. जब उन्होंने खुद अपमान और दर्द का सामना किया, तब उन्हें एहसास हुआ कि उन्होंने देव और उसके परिवार के साथ अन्याय किया था। उसी क्षण उन्हें समझ आया कि सम्मान धन से बड़ा होता है और उनकी बेटी की खुशी देव के साथ ही है।

Q. इस कहानी को “True Romantic Love Story” क्यों कहा जाता है?

A. क्योंकि इस कहानी “True Romantic Love Story in Hindi Book” में दिखाया गया हे की प्यार किसी दिखावे का नहीं, बल्कि त्याग, भरोसे, तकलीफ़ और इंतज़ार से बना हुआ है। देव का पूजा को गोद में उठाकर फेरे लेना इस रिश्ते की गहराई को और भी खूबसूरत बना देता है।

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