Indian Real Horror Stories in Hindi | सर्बश्रेष्ठ 3 भारत की सबसे डरावनी कहानी

आज में आपके लिए “रोंगटे खड़े होने वाली 3 डरावनी कहानियाँ “Indian Real Horror Stories in Hindi” दिल दहला देने वाली डरावनी कहानी लेकर आयी हु। ये तीन कहानी नया और अनोखी कहानी हे जो आपको डरने पर मजबूर कर देगा। 

भुत, प्रेत, पिसाच की कहानी “Indian Real Horror Stories in Hindi” बचपन में आपने बुजुर्ग के पास सुना था लेकिन सही में भुत, प्रेत, पिसाच हे, ये हमें पता नहीं था क्यूंकि जब तक खुद आपने साथ कोई घटना नहीं घटती तब तक पाता नहीं चलता किया असली हे और किया काल्पनिक।

Indian Real Horror Stories in Hindi

इस दुनिया में हम सभी का आपने आपने मानना हे। कोई भुत, प्रेत, पिसाच को अंध बिस्वास कहते हे कोई सत्य मानता हे। सभी लोगो की अलग अलग बिचार धारा हे।

और इस भुत, प्रेत, पिसाच की दुनिया से जुड़े हे उनका कहना तो कुछ और ही हे। बास्तब में देखा जाये तो आमतौर पे बहुत कम लोग ही इसे मानते हे। लेकिन गांव में अभी भी भुत, प्रेत, पिसाच पर बिस्वास करते हे। 

ये “Indian Real Horror Stories in Hindi” कहानी पड़ने की बाद आप लोग ही बताना सही में भुत, प्रेत, पिसाच हे की नहीं या सब काल्पनिक हे, तो चलिए शुरू करते हे आज की कहानी –

1) Ghost in Bus – भूत की डरावनी कहानी हिंदी में

Indian Real Horror Stories in Hindi
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एक अमावस की रात अपने घर छुट्टी मनाने के बाद कमल अपने गांव से अपने हॉस्टल वापस जा रहा था। अगले दिन से उसके एग्जाम शुरू होने वाले थे, और जल्दी पहुंचने के चक्कर में उसने शॉर्टकट लेने का सोचा।

उस शॉर्टकट का रास्ता जंगल से होकर गुजरता था। कई लोगों का कहना था कि जंगल के उस रास्ते पर कई सारे बुरी आत्मा देखे गए हैं।

लेकिन कमल को भूतों पर यकीन नहीं था और वह उसी रास्ते पर आगे चल रहा था। कमल आगे आगे जा ही रहा था कि उसे अपने पीछे से एक बस आती दिखाई दी।

मेन रोड तक पहुंचने के लिए कमल को बस या गाड़ी की जरूरत थी इसलिए उसने उस बस को हाथ दिया और वह बस उसके पास आकर रुक गए। बस में चढ़ने के बाद कमल ने देखा कि बस में बैठे सभी लोग उसे घूरे जा रहे हैं। 

उसने बस के आखिर में एक सीट खाली देखी और कमल वहां जाकर बैठ गया। पीछे बैठने के बाद जब उसने आगे देखा तो बस की सारे पैसेंजर उसे ही घूरे जा रहे थे।

बस में अगली वाली सीट पर बस का कंडक्टर बैठा हुआ था। कमल ने उसे टिकट काटने का इशारा किया तो उस आदमी ने बड़ी ही अजीब तरीके से कमल को अपने पास बुलाया।

कमल को कंडक्टर बहुत ही डरावनी नजरों से देख रहा था। कमल अपने साथ बैठे आदमी से कहा, बड़ा अजीब आदमी है ऐसे देख रहा है जैसे खा ही जाएगा।  कमल की यह देखते ही उसके साथ बैठा आदमी भी उसे वैसे ही नजरों से घूरने लगा।

कमल ने उसे फिर पूछा के बस कहां तक जाएगी? तो उसके साथ बैठे आदमी ने कहा कि बास बस चलती रहती है कभी मंजिल तक पहुंचती नहीं। यह सुनकर कमल को बड़ा अजीब लगने लगा। उसने आगे देखा तो तभी भी बस के सभी लोग उसे ही देखे जा रहे थे।

इसलिए उसने अपने कान में हेडफोन लगाया और आंखें बंद करके सो गया। कुछ देर बाद बस में अचानक से एक जोर का झटका लगा और बस बेकाबू हो गई। कमल कि नहीं खुलते ही जब उसने अपनी आंखें खोली तो उसने बस का नजारा देखा उसे देखकर उसके होश उड़ गए। 

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सामने बैठे कंडक्टर की दोनों आखे बहार आ चुकी थी। बस की आगे का कांच टूटा हुआ था और उसके टुकड़े पूरी बस में हर तरफ फैले हुए थे। बस में बैठा हर इंसान बहुत अजीब लग रहा था।

जैसे वो सब जिंदा मुर्दे बन गए हो। कमल ये सब देखकर बहुत डर गया था। और वह बस से निकल लिए अपनी सीट से खड़ा हुआ। और तभी सारी लासे खड़ी हुई और उसकी तरफ धीरे धीरे बढ़ने लगे। 

उन साडी लासो में से कंडक्टर निकल कर कमल कर ठीक सामने आकर खड़ा हुआ। ये देखकर कमल पूरी तरह कपङे लगा। बह अपनी जगह से भी हिल नहीं पा रहा था।

कंडक्टर कमल के पास आया और जोर से चीखने लगा। उसने कमल का गला पकड़ लिया और उसे हवा में उठा कर जोर से पटक दिया। और कमल की सर में बहुत गहरी चोट आई। जिसकी वजह से कमल बेहोश हो गया। जब कमल की आंखें खुली तो बह अपने घर में था। 

उसकी मां उसके पास ही बैठी थी। कमल को होस में आता देखकर कमल की माँ  जोर से चिल्लाई, और कहने लगा आईये-जल्दी आइए कमल को होश आ गयी। उसके पापा भी उसके पास आ गए।

कमल उठके जोरो से अपने मां-बाप से पूछने लगा, वह बस, बह चली गई क्या? वह-बस चली गई क्या? उसकी मां ने कहा कौन सी बस? तेरा रोड एक्सीडेंट हुआ था। वह तो शुक्र है कि एक जानने वाले इंसान ने तुझे देख लिया। और हमें फोन कर दिया वरना पता नहीं क्या होता। 

उसकी मां ने उसे बताया कि उसे पूरे 4 दिन बाद होश आया था। उस दिन के बाद से कई अमावस की रात ऐसी गुजरी जहा कमल को लगा कि जंगल के रास्ते पर एक बस जा रही है।

जिसमें उसे वही लोग बैठे दिखते जो उसे दूर से ही घूमते रहते। सिर्फ कमल ही जानता था कि उस दिन उसके साथ कोई रोड एक्सीडेंट नहीं बल्कि उसका सामना एक मुर्दों की बस से हुआ था।

2) परछाई | पुराने जमाने की भूतों की कहानी

Indian Real Horror Stories in Hindi
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यह कहानी “Indian Real Horror Stories in Hindi” अनुराधा के साथ हुई एक सच्ची घटना पर आधारित है। कोल्हापुर से मुंबई आए अनुराधा तिवारी को अभी कुछ ही टाइम हुआ था। हमेशा चलती रहने वाली मुंबई अनुराधा को बहुत पसंद थी। और 17 फ्लोर के अपने नए घर में रहने के लिए बह बहुत एक्साइटिड थी। 

अपना रूम सिलेक्ट करने के लिए वह पूरा घर घूम रही थी। चलते चलते वह गार्डन फेसिंग रूम तक पहुंची। रूम में आते ही उसे कुछ अजीब लगा। लेकिन खिड़की से बाहर इतनी ग्रीनरी देखकर उसने अपने लिए वही रूम चूस किया। अनुराधा को बाहर रहते हुए एक महीना भी चुका था।

आज उसके पापा और छोटा भाई एक शादी अटेंड करने के लिए निकल रहे थे, लेकिन अनुराधा के एग्जाम की वजह से वह और उसकी मम्मी घर पर ही रुक गए थे। अनुराधा को हमेशा से एग्जाम के टाइम शांति में पढ़ने की आदत थी।

अनुराधा खिड़की के पास रखी अपनी स्टडी टेबल पर पढ़ने बैठी। बह ध्यान लगाकर पड़ रही थी कि अचानक टेबिल पर रखा कॉफी मग जमीन पर गिर गया। तो ऐसा लगा जैसे किसी ने कॉपी मग उठाया और तेजी से फ्लोर पर फेक दिया। 

अनुराधा उस रत बस कुछ ही देर और पढ़ाई की और जल्दी से सोने चली गई। अगली रात बह फिर से पढ़ने बैठी। कुछ ही देर बाद उसे ऐसा लगा जैसे उसके रूम के बाहर कोई भाग रहा हो।

अनु को लगा कि शायद उसका छोटा भाई होगा। लेकिन कुछ मिनटों में उसको याद आया की भाई और पापा तो कोल्हापुर में है? बह घबरा कर चेयर से उठ खड़ी हुई। अनू बहुत ज्यादा डरी हुई थी। उसने खिड़की के बाहर देखा तो उसे एक काली परछाई दिखी बह बिल्डिंग के वॉटर पाइप से नीचे जा रही थी। 

अनु वही देखकर बहुत घबरा गई और तुरंत सोने चली गई। उसने अगली सुबह अपनी मॉम को सब कुछ बताया। लेकिन उन्होंने अनु का बेहेम समझकर इग्नोर कर दिया और कहा कितनी बार कहा है अनु रात में सो जाया कर।

इतनी रात तक जागेगी तो अजीबोगरीब ख्याल आएंगे। अनु को लगा कि शायद मम ठीक कह रही हैं। इसलिए उसे डिसाइड किया कि वह कल सुबह जल्दी उठकर पड़ेगी ना कि रात में। 

इसलिए बह सुबह 6:00 बजे का अलार्म लगा कर सो गए। लेकिन रात के 1:00 बजते ही उसका अलार्म क्लॉक जोर-जोर से बजने लगा। अनु की आंखें खोलने पर जब उसने टाइम देखा तो उसके पसीने छूट गए। अनु जल्दी से उठ कर सारी लाइट की स्विच ऑन करें। लाइट ऑन तो हुई लेकिन सारी की सारी लाइट बहुत ज्यादा डिम थी।

तब उसे खिड़की के बाहर किसी के जोर-जोर से भागने की आवाज आयी। उसने हिम्मत करके जब खिड़की के बाहर देखा तो उसे बही काली परछाई वाटर पाइप से उतरते हुए दिखाई दी।

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बह काली परछाई उसके खिड़की की करीब आ रही थी। जल्दी से खड़की बंद करि और जैसे ही बह पीछे मुड़ी  बीएड के ठीक ऊपर पंखे से लटकी हुयी भयानक परछाई उसे घूर घूर कर देख रही थी। 

अनु उस परछाई को देखकर सुन पड़ गई। उसके ठीक पीछे बह जो काली परछाई वॉटर पाइप से आ रही थी अब उसकी खिड़की पर आ गई थी और जोर-जोर से खिड़की पीटने लगी थी।

इतने में वह लटकी हुयी भयानक परछाई ने अनु पर जोर से चिल्लाया और अनु दर के मरे जोर-जोर से रोने लगी। अनु की माँ भाग ते हुए अनु के रूम पर आ पह्ची, और आस-पड़ोस के लोग भी वहां आ गए।

जैसे ही उसकी मां कमरे में घुसी तो उन्होंने देखा कि रूम की सारी लाइट ऑन है और अनु एक कोने में बहुत जोर जोर से रो रही है। जब अनु ने सब को अपने साथ हुए घटना के बारे में बताया तो पास वाली फ्लैट में रहने वाली बिकेश वर्मा ने अनु को बताया कि कई लोगों ने इस परछाई को वाटर पाइप खिड़की बाहर या  गार्डन के पास देखा है। 

3 साल पहले इसी फ्लोर के बगल वाले फ्लैट में एक आदमी अकेले रहा करता था। जिसे दारू की बहुत बुरी लत थी और एक दिन अपने अपार्टमेंट में मरा हुआ पाया गया। उसके बाद वहां रहने आये दो लड़के ने भी सुसाइड कर लिया था।

उस रात के बाद कुछ दिन तक अनु बुखार में तपती रही। मगर उसके पापा और भाई के आजाने के बाद ठीक हो गई। उन्होंने घर की पूजा करवाई इसके बाद अनु को वैसी कोई परछाई नहीं दिखी। लेकिन उस रूम में कभी नहीं सोई, पर आज तक बही यादें उसे परेशान करते हैं।

3) डरावनी बूढ़ी औरत | Horror Stories in Hindi for Reading

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यह कहानी “Indian Real Horror Stories in Hindi” है एक 20 साल के लड़के शिवम की है जो अलग-अलग जगह जाकर उन जगहों की वीडियो शूट करके इंटरनेट पर अपलोड करता था और पैसे कमाता था। उसके पेरेंट्स उसकी इन हरकतों से काफी परेशान थे।

उन्हें लगता था कि पढ़ाई लिखाई छोड़ कर उनका बेटा कहीं किसी गलत चीज पर ध्यान तो नहीं दे रहा। लेकिन सिर्फ शिवम को ही पता था क्यों दुनिया से अलग हटके कुछ अच्छा कर रहा था। 

उसे अलग-अलग जगह एक्सप्लोर करना और उनकी वीडियोस बनाने में बहुत मजा आता था। एक बार वह आपने वीडियो शूट करने के लिए अपने दोस्त गोविंद के साथ शहर के आउट स्पॉट में गया था।

लौटते लौटते काफी रात हो गई थी। वह बाइक पर थे और पुरानी बिल्डिंग के सामने से गुजर रहे थे। तभी उन्हें एक  बिल्डिंग से किसी औरत की चीखने की आवाज आई।

उन्हें लगा कि शायद बह औरत किसी मुश्किल में हे। इसीलिए वह दोनों उस बिल्डिंग में उसकी मदद करने के लिए चले गए। उस बिल्डिंग में अंधेरी के सिवा और कुछ नहीं दिख रहा था।

दोनों अलग अलग होकर उस औरत को ढूंढने लगे। शिवम बिल्डिंग के एक तरफ गया और गोविंद दूसरी तरफ। उस बिल्डिंग में घूमते घूमते शिवम को अचानक किसी के पायल की आवाज सुनाई दी।  

और उसे ऐसा लगा की जैसे उसके पीछे से कोई गुजरा। तभी उसे एक औरत की रोने की आवाज आने लगी। शिबम तुरंत उस आवाज की तरफ गया और उसने देखा कि एक बूढ़ी औरत कोने में बैठी सर झुकाए रो रही है।

शिवम ने उससे पूछा क्या हुआ माँ? बह औरत कुछ नहीं बोली। शिबम ने फिर पूछा क्या हुआ माँ? ऐसे क्यों बैठी हो ? 

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उसने रोते-रोते कहा मैं बहुत भूखी हूं मैंने सालों से कुछ नहीं खाया। शिवम ने अपनी बेग से एक बिस्किट का पैकेट निकला। जैसी ही बह बूढ़ी अम्मा को बिस्किट देने के लिए आगे बढ़ा वैसे ही उस औरत ने शिवम का हाथ पकड़ लिया।

जब बह बुढ़िया ने शिबम को देखा बह बुढ़िया का चेहरा बहुत डरावना था। इसे देखकर शिवम चिल्ला उठा और डर के पीछे गिर गया। बह जल्दी से भागते हुए नीचे गया।

जहां उसको गोविंद मिला। बह गोविंद को ये किस्सा बता ही रहा था कि उसका फोन बजने लगा। उसने देखा तो फोन पर गोविंद कॉलिंग लिखा हुआ आ रहा था।  उसे कुछ समझ नहीं आया। उसे कॉल उठाया तो उसे गोविंद की आवाज आया।

गोविंद बोला भाई तू कहां है? कि इस बिल्डिंग कुछ अजीब है? यहां मुझे अलग-अलग किस्म के लोग दिख रहे हैं? मैं बिल्डिंग के नीचे आ गया हूं तू भी जल्दी से आजा?

जब शिवम ने ये सुना तो शिबम सुन पड़ गया। उसे समझ नहीं आया कि अगर फ़ोन में गोविंद की आवाज थी और उसी का फोन आया था तो उसके बगल में जो गोविंद खड़ा था वह कौन है?

शिबम ने अपने मोबाइल के कैमरे से देखा तो जहां गोविंद खड़ा था वहां कैमरे में कोई नहीं दिख रहा था /उस समझ गया कि जरूर कुछ गड़बड़ है और उसे जल्दी से जल्दी उस बिल्डिंग से बाहर निकल जाना चाहिए। 

देखते ही देखते गोविंद का शरीर एक भयानक औरतों में बदल गया। बह बही बूढ़ी औरत थी जो शिबम ने अभी कुछ ही देर पहले देखा था। उस औरत को देखकर शिबम बहुत तेजी से चिड़ियों की तरफ भागा।

बाहर उसे गोविंद मिला और वह दोनों जल्दी से बाइक पर बैठकर घर के लिए निकल गए। उस रात को दोनों बाल बाल बचे। 

Indian Real Horror Stories in Hindi – निष्कर्ष

आज की “रोंगटे खड़े होने वाली 3 डरावनी कहानियाँ | Indian Real Horror Stories in Hindi ये कहानियाँ” आपको केसा लगा जरूर बताना? ये भुत, प्रेत, पिसाच, डायन, चुड़ैल असल में हे या नहीं हमें नहीं पताऔर हम इस पर बेहेष भी नहीं करेंगे। 

क्यूंकि ये सब अलग दुनिया की बात हे जो लगभग सभी को पता हे की इस दुनिया में इन सभी का कोई अस्तित्व हे की नहीं। तो आप सभीको निबेदन हे की आप सब साबधान रहे और सुरक्षित रहे।

आप अगर कोई भी भूतिया जगह पर जाना हे तो पहले उस जगह का अच्छी तरह से छानबीन करे और उस जगह की बारे में जिसको पहले से ही पता हो उनके साथ सलाह कर ने की बाद ही जाने का फैसला करे। और दोस्तों हमारे ये कहानी “Indian Real Horror Stories in Hindi” आपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।

Indian Real Horror Stories in Hindi – FAQ

Q. किया ये हॉरर कहानियाँ “Indian Real Horror Stories in Hindi” सच्ची घटनाओं पर आधारित हैं?

A. हाँ, इन डरावनी “Indian Real Horror Stories in Hindi” कहानियों में कई घटनाएँ सच्ची घटनाओं से प्रेरित हैं। कुछ जगहों के वास्तविक अनुभवों और लोककथाओं को मिलाकर इन्हें और भी रोमांचक बनाया गया है।

Q. किया “Indian Real Horror Stories in Hindi” बच्चों के लिए उपयुक्त हैं?

A. ये कहानियाँ मुख्य रूप से वयस्क पाठकों और हॉरर-थ्रिलर प्रेमियों के लिए लिखी गई हैं। बच्चों के लिए इनमें कुछ दृश्य और विवरण थोड़े डरावने हो सकते हैं।

Q. इन डरावनी कहानियों “Indian Real Horror Stories in Hindi” की सबसे खास बात क्या है?

A. हर कहानी “Indian Real Horror Stories in Hindi” में रहस्य, सस्पेंस और भारतीय लोकविश्वास की झलक मिलती है। यह सिर्फ डर नहीं जगाती, बल्कि पाठकों को सोचने पर मजबूर करती है कि क्या सच में ऐसी शक्तियाँ हमारे आसपास मौजूद हैं।

Q. रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानियाँ जैसे “Indian Real Horror Stories in Hindi” को कहाँ पढ़ सकता हूँ?

A. आप ऐसी डरावनी कहानियाँ पढ़ सकते हैं हमारे वेबसाइट लिंक पर — रोंगटे खड़ा होने बाला भुत, प्रेत, चुड़ैल और आत्माओँ की कहानियाँ

Q. किया इन कहानियों “Indian Real Horror Stories in Hindi” में किसी प्रसिद्ध जगह या भूतिया लोकेशन का जिक्र है?

A. नहीं, लेकिन हमारे वेबसाइट में आपको मिलेगा, कुछ कहानियाँ भारत की प्रसिद्ध भूतिया जगहों जैसे भानगढ़ किला (राजस्थान), डाउ हिल (दार्जिलिंग) और लांबी देहर खदान (मसूरी) जैसी लोकेशनों से प्रेरित हैं।


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