Desire Heart Touching Love Story in Hindi for Facebook Part 2 | तड़फ 1 अधूरी प्रेम कथा | आखिर क्यों छोड़ गई तुम मुझे

आजकी कहानी “Desire Heart Touching Love Story in Hindi for Facebook Part 2” तड़फ, आखिर क्यों छोड़ गई तुम मुझे। ये कहानी का दूसरा और आखरी भाग हे।

किया हुआ कबिता और प्रकाश की प्यार की कहानी में। किया कबिता और प्रकाश एक दूसरे मिल पाया, किया उन दोनों की शादी हो गयी, किया उन दोनों अलग हो गए बहुत सारा सबाल गूंज रहीहे ना मन में?

Desire Heart Touching Love Story in Hindi for Facebook

तड़फ कबिता और प्रकाश की एक दुःख भरी अधूरी प्रेम कहानी की दास्तान “Desire Heart Touching Love Story in Hindi for Facebook” जो दोनों प्यार करने बालो की बिच एक अटूट बिस्वास जो दोनों की प्यार की ताकत हे।

प्यार एक एहसास हे जो दोनों की दिल में पैदा होता हे और मन में महसूस होता। प्यार कोई खेल नहीं हे ना ही प्यार कोई मजाक की चीज हे, प्यार तो दोनों की एकसाथ जीने मरने की वादा या कसम हे जो एक दूसरे के साथ करते हे।

इस कहानी का पहला भाग 👉👉 Desire Heart Touching Love Story in Hindi for Facebook Part 1 | तड़फ 1 अधूरी प्रेम कथा | आखिर क्यों छोड़ गई तुम मुझे

आज ऐसी ही एक कहानी हे जो आपको इस कहानी का दूसरा भाग में बताने जा रहा हु। तो चलिए शुरू करता हे आजकी एक अधूरी तड़फता हुआ “Desire Heart Touching Love Story in Hindi for Facebook” प्यार की कहानी –

तड़फ Part-2 आखिर क्यों छोड़ गई तुम मुझे

Desire Heart Touching Love Story in Hindi for Facebook

 

Desire Heart Touching Love Story in Hindi for Facebook
Desire Heart Touching Love Story in Hindi for Facebook

मेने उसे बहुत ही समझया और फिर उसे चुप करबाया। और फिर कबिता ने मुझे I MISS YOU TO बोलै और उस समय केलिए फ़ोन रख दिया। और फिर सब कुछ अच्छा चल रहा था।

काफी दिन गुजर गया। हम दोनों ऐसे ही फ़ोन में बात करते थे। और हम दोनों इस रिस्ता से बहुत ही खुश था। एकदिन सुबह कबिता की फ़ोन आया और कहा की एक कहु रखोगे?

प्रकाश ने कहा किया बात हे कबिता, तुम तो कभी ऐसी बात नहीं करते हो, आज किया हुआ कहो ना? कबिता ने कहा ना, पहले वादा करो की मेरी बात रखोगे?

प्रकाश ने कहा अच्छा बाबा ठीक हे कहो में रखूँगा। कबिता ने कहा मुझे आपसे मिलने की बहुत दिल कर रहा हे, किया आप मुझे मिलने मेरे घर में आ सकती हो? मेरे ममी-पापा 2 दिन केलिए बुया की घर घूमने जा रही हे।

और घर में अकेली रहूँगा। Please आप मेरे पास आ जाओ, मुझे आपसे मिलना हे, में आपको करीब से देखना चाहती हु, Please आ जाओ ना। प्रकाश ने कहा ठीक हे में तुमसे मिलने जरूर आऊंगा।

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बोलो कब जाना हे। कबिता ने कहा की अगले सोमबार शाम को। प्रकाश ने कहा ठीक हे में पहुंच जाऊंगा तुम चिंता मत करो और आपने शरीर पर ध्यान दो। कबिता ने कहा ठीक हे। कबिता बहुत ही खुश थी।

प्रकाश भी बहुत खुश था और बह दोनों ही अगला सोमबार की इंतजार कर रहा था। देखते देखते बह दिन आ ही गया। आज हम पहेली बार मिलने बाले थे। मिलने केलिए तो हम दोनों पहले भी मिल सकता था।

लेकिन कबिता की सवस्थ की बजह से कभी मिलनेकी मौका नहीं हुआ लेकिन आज भगबान ने हम दोनों को मिलने का मौका दिया। हम दोनों अकेला एक दूसरे से अच्छे से मिल सकूंगा और एक दूसरे से अच्छे से काफी बक्त बिता सकूंगा।

प्रकाश ने घर पे उनका माँ को कहा की में मेरा एक दोस्त की घर में जा रहा हु और में देर रात को घर लाटुंगा। प्रकाश ने ये कहकर घर से निकला तो सही लेकिन प्रकाश की अंदर ही अंदर ही एक डर सा महसूस हो रहा था।

क्यूंकि प्रकाश ने घर में आपने माँ को झूट बोलकर पहेली बार घर से बहार जा रहा हे। खेर मुझे डर तो बहुत ही लग रहा था ये सोच कर अगर कोई मुझे देख लेगा तो पता नहीं दुबारा आपने घर में लोट पाउँगा की नहीं।

लेकिन कबिता को किसीसे बिलकुल भी डर नहीं लाग् रहा था क्यूंकि कबिताको मुझसे इतना प्यार जो हो गया था की उसे सिर्फ में ही दिखाई देता था, मेरा सिबा और कुछ नहीं। और कबिता ने मझे बहुत बिस्वास भी करता था।

उसकी बेपन्हा महब्बत और मेरी प्यार ने मुझे इतना हिम्मत दिया की में उसके घर उसे मिलने केलिए चला गया। मेने अभी जो उसकी चहरे पे खुसी देखी बह ख़ुशी में और किसी की चहरे पे नहीं दिखा था।

उसे मुझे मिलकर ऐसा लगा की सरे जहां उसे मिल गया, दुनिया की सरे खुसी उसकी कदमोमे आ के गिरपरी। बह मुझे देखते ही खुसी की आशु लेकर मेरा गले लग गयी और रोने लगी।

बह आशु सिर्फ प्यार की ख़ुशी की थी और बह मुझे काफी देर तक गले में लग कर रोते रही और रट रट मुझसे बाते करने लगे। कबिता ने मुझसे इस तरह रोते रोते बात कर रही थी की ऐसा लगरहा था की जैसे हम बरसो बाद एक दूसरे से मिले।

सही में उसके प्यार को देखकर मुझे लगरहा था की इस दुनिया में कबिता से ज्यादा प्यार और कोई भी लड़की मुझसे नहीं कर सकती। थोड़ी देर बैठ कर दोनों मिलकर बहुत बात की और में फ्रेश होने चला गया।

आने की बाद देखा की कबिता खाना लेकर डाइनिंग टेबिल में बैठी हे और में भी जाकर डाइनिंग टेबिल में बैठ गया। कबिता ने मेरे लिए मेरी पसंद का खाना खुद आपने हाथो से बनाया था।

Love Story in Hindi for Facebook
Love Story in Hindi for Facebook

और बह खुद आपने हाथो से बड़ी प्यार से मुझे खाना खिलाने लगी। में भी चुप चाप खाना खा लिया। उस बक्त मुझे ऐसा लगरहा था की बह मेरी बीबी हे और में उसका पति।

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मुझे ऐसा लगरहा था की सईद कोई बीबी आपने पति को भी इतना प्यार से नहीं खिलाती होगी जो कबिता ने मुझे उस पल कर रहा था। फिर हम दोनों कोई घंटो तक एक साथ बैठ कर बाते करते रहे।

उस 5 से 6 घंटो की पल में बह 1 मिनिट केलिए भी मुझसे दूर नहीं हुआ। हम दोनों की दिल में बस एहि एहसास हो रहा था की काश ये बक्त एही रुक जाये या फिर में उसे आपने साथ आपने घर में लेकर चला जाऊ।

सुबह की 5 बाज रहा था और में कबिता को कहा की अब मुझे जाना चाहिए, लेकिन कबिता नहीं मान रही थी बह चाहती थी की में और रुक जाऊ। बाहर तब थोड़ा थोड़ा उजाला हो चूका था।

तब में किसी तरह उसे समझा बुझा कर बहा से निकल रहा था और बह जाते हुए मुझे देखकर बस रोई जा रही थी। अब मुझे ये डर सता रही थी की अगर कोई मुझे बाहर देख लेगा तो किया होगा।

बस जैसे ही में गेट से निकलकर बाहर रोड पर पहुंचा तो देखा की 4-5 लड़का रोड पे खड़े होकर आपस में बाते कर रहा हे। बह लड़का को देखकर मन ही मन में डर तो लग रहा था लेकिन सोचा की जो होगा देखा जायेगा।

लेकिन बह लड़का सब मुझे कुछ नहीं कहा और में चुप चाप बहा से निकल गया। मेरे आने की बाद कबिता को मुझसे और भी प्यार बढ़ता गया क्यूंकि में आने की बाद उसकी जगह जहा हम दोनों पूरी रात बाते कर रहा था। बो भी उसी जगह घंटो अकेली बैठी रहती थी।

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इसके बाद लगभग 6 से 7 महीने बीत गया। और इस 6 से 7 महीने में हम दोनों काफी बार घर की बाहर मिल चुके थे और कबिता ने मुझे अपने यद् में एक घड़ी गिफ्ट किया था।

थोड़ी पुराणी हो गया लेकिन घड़ी आज भी मेरी साथ हे क्यूंकि बही एक उसकी आखरी निशानी हे जो अभी भी मेरे पास हे। इसी बिच में Jaipur University आ गया B.Tech पढ़ाई करने के लिए।

उधर कबिता की तबियत काफी हदतक ख़राब जो गयी और मुझे ये बात बताया भी नहीं था। और अचानक कबिता की फ़ोन आना बंद हो गया और बह मुझे बोला की बह फिर से Mumbai जा रही हे चैक उप करने के लिए और इसलिए कुछ दिन फ़ोन नहीं कर पायेगी।

और अगर मौका मिला तो फ़ोन कर लेगी। इसलिए मे भी ज्यादा सोचा नहीं। बहुत दिन तक उसका कोई फ़ोन नहीं आया तो मेने सोचा की उसको टाइम नहीं मिला होगा।

फिर जब एक हप्ते तक उसका कोई फ़ोन नहीं आया तो मेरा मन में डर सा लगा की सईद कुछ तो गलत हो रहा हे मेरे साथ। फिर में सुबह उसी दिन कॉलेज केलिए निकल ही रहा था की अचानक एक अनजान नंबर से फ़ोन आया।

चचेरे बेहेन थी जो मुझे जीजू जीजू करके बुलाती थी उसका फ़ोन आया था लेकिन अनजान नंबर था इसलिए मेने इग्नोर करदिया क्यूंकि मुझे कॉलेज केलिए देर हो रहा था।

और में बाइक स्टार्ट करके कॉलेज केलिए निकल गया। लेकिन बार बार फ़ोन आने की बजह से में बाइक को खड़ा करके फ़ोन उठाया और उधर से बो आवाज सुनाई दी जीजू।

जीजू कहते ही में समझ गया था की कबिता की चचेरे बेहेन थी और में बहुत ही खुस हो गया था और उससे पूछा की तुम्हारी दीदी किसी हे, तुम्हारी दी से मेरी बात करबाओ?

ये सुनकर बो लड़की रोने लगी और कुछ बोल ही नहीं रही थी। और बोली की जीजू आप आपने Facebook Check करलो। ये बात सुनकर मेरा दिलो दिमाग सब काम करना बंद कर दिया था।

कुछ समझ नहीं आ रहा था आखिर हो किया रहा हे मेरे साथ। में इतना डर गया था की मेरा फ़ोन की लॉक भी खोल नहीं पा रहा था। लेकिन किसी तरह फोन की लॉक खोल कर Facebook में उसकी Photo देखि तब मेरा पेरो तले जमीं खिसक गया था।

Love Story in Hindi for Facebook
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और बिना कुछ सोचे मेरा आखोसे अशुओ की समुन्दर बेहेने लगा। और बह आशु आज भी बंद नहीं हुआ, जब भी उसकी यद् आता हे तो ये आशु जरूर बहती हे।

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इस घटना की बाद में बिलकुल टूट पड़ा और मुझे पढ़ाई में भी मन नहीं लगता था। और मुझे इतनी हिम्मत नहीं रहा की दूर सबको छोड़कर पढ़ाई कर पाउँगा। इस घटना की बाद मुझे इतना सदमे पहुंचा की में कॉलेज में फेल हो गया।

और में मम्मी-पापा को बोल दिया की और मुझसे  B.Tech की पढ़ाई नहीं हो पायेगा में घर आपके पास लोट आ रही हु। ये बात सुनकर पापा मुझसे बहुत गुस्सा किया क्यूंकि पापा मेरे B.Tech की पढ़ाई केलिए बहुत ही पैसे खर्च किये थे।

मुझसे गुस्सा करना भी उनका जायज था। बाद में मम्मी पापा को माना लेता हे और मम्मी की तरह मेरी पापा भी मान गया था। में अभी B.Tech छोड़कर BA कर रहा हु। 

कुछ चीज हे उसकी जो आज आप सबको बताना चाहता हु, पाता नहीं कोई मुझे उसके जैसा प्यार करेगा या नहीं लेकिन में भगबान हमेशा एहि प्राथना करूँगा की बह किसी ना किसी रूप में मेरा जीबन में दुबारा आये। 

उसके जाने के बाद चचेरे बेहेन ने मुझे उसकी डायरी दिया था और में हमेशा बो डायरी को पड़कर उन लम्हो को फिर से महसूस करता हु। में कबिता की डायरी की कुछ पन्नो के बारे में आप सबको बता रहा हु जिसमे सिर्फ मेरे लिए उसका महब्बत और प्यार की पागलपन दीखता हे। 

बो पल बो लम्भा जो कभी भी मेरी जिंदगी में नहीं आएगी। जब हम दोनोकी लड़ाई होती थी और हम एक दूसरे से बिछड़ने की बात करते थेतो तो बह हमेशा मुझे केहेती थी की तुम मुझे छोड़कर चले जाओगे। 

और देखो आज बह खुद मुझे इस दुनिया में अकेला छोड़कर चला गया। “मोटी” में उसे प्यार से बुलाता था। बहुत प्यारी थी बह, मुझसे मरती थी बह इतना प्यार करतीथी सईद जो कर पायेगा। में जिंदगी भर उसे यद् करके जीना चाहता हु। 

उसके जाने की बाद अब बक्त चाहे कितना भी बीत जाये लेकिन आज भी मेरा दिल मुझसे एहि केहेती हे की काश तुम मेरी जिंदगी में लोट आओ काश तुम दुबारा मेरे साथ हो जाओ … I Miss You so Much

Conclusion – निष्कर्ष –

आज की “Desire Heart Touching Love Story in Hindi for Facebook Part 2 | तड़फ 1 अधूरी प्रेम कथा | आखिर क्यों छोड़ गई तुम मुझे” आप को केसा लगा कमेंट करके जरूर बताना।

“Heart Touching Love Story” बहुत खुश किस्मत हे बो लोग जिसका प्यार उसके साथ हे। प्यार की गम किया होता हे उसे जाकर पूछो जो चाह कर भी दोबारा आपने प्यार को नहीं ला सकता।

इसलिए दोस्तो जिससे भी प्यार करते हो उसको इज्जत करो और उसपे भरोषा करो। कभी भी उनका दिल मत दुखाओ। कभी उनका भी दिल मत तोड़ो। क्यूंकि जो एक बार चली जाती हे ना दुबारा बेसा प्यार सईद नहीं मिलता। 

 ॥धन्यवाद॥

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