शीर्ष 5 सर्वश्रेष्ठ पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानियां (Educative Stories from Panchatantra)

आज की “Educative Stories from Panchatantra” पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानियां से हम बहुत ही कुछ सिखने बाले हे। क्यूंकि हार पंचतंत्र की नैतिक कहानिओं में कुछ ना कुछ सिखने को जरूर मिलता हे।

Educative Stories from Panchatantra

पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानियां (Educative Stories from Panchatantra) से हमें और छोटे छोटे बच्चो को सिख मिलता हे, बह सिख से हम भबिष्य में बहुत कुश हासिल कर सकता हे। हमारी मानसिक बिकाश का उन्नति होता हे।

और आगे चलकर हम एक सफल इंसान बनने का मुकाम हासिल कर सकता हे। तो चलिए मित्रो देर न करके शुरू करते हे आज की कहानी Educative Stories from Panchatantra –

1) शेर और भैंसे की कहानी | पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानियां

Educative Stories from Panchatantra
Educative Stories from Panchatantra

एक बार की बात हे, एक जंगल में  एक शेर रहता था और उस शेर की पैर में को एक जंगली कुत्ता ने काट दिया था। बह काटने की घाव धीरे धीरे इतना गहरा हो गया की शेर दर्द के मारे आपने गुफा से बहार नहीं निकल पा रहा था।

और शेर बहार ना निकलने की कारन उसका खाना पीना सब बंध हो गया। कुछ दिनों बाद शेर भूख की मारे तरफ ने लगा। बह धीरे धीरे कैसे भी करके गुफा की सामने आया।

शेर ने देखा की एक भेष उसकी गुफा की सामने से जा रहा हे। भेष को देखकर शेर ने रोते रोते कहा, भाई में बहुत ही बीमार ही और में बहुत दिनों से कुछ भी नहीं खाया पिया हु।

मुझे बहुत ही प्यास लगा हे और प्यास की बजह से मेरा गला सुख रहा हे। तुम कृपा करके सामने बाले तालाब से मेरे लिए थोड़ा पानी लाकर दो, उसके बाद में खाने की जुगाड़ कर लूंगा।

भेष ने कहा, में तुम्हारा मतलब समझा चूका हु। अगर में तुम्हारे पास पानी लेकर गया तो तुम मुझे मेरा गर्दन पकड़ के खाने की जुगाड़ कर लोगे। तुम दूसरा किसी को देखो में तो चला।

नैतिक शिक्षा : “सूझ बुझ कर चलने में मुसीबत नहीं आता।”

2) कुत्ता और एक आदमी की कहानी | पंचतंत्र की नई कहानियां

एक गांव में एक आदमी को एक कुत्ता ने काटा था। बह आदमी डर के मारे गांव की सभी आदमी से केहेने लगा भाई मुझे कुत्ता ने काटा हे, यदि आपके पास इसका कोई इलाज का दबा हे तो मुझे दो?

बह आदमी की ये बात सुनकर उस गांव की एक लड़के ने कहा, यदि आप अच्छे होना चाहते हो तो में जैसे बोल रहा हु बेसा करो। बह आदमी ने कहा अगर तुम्हारी बात सुनकर में अच्छा हो जाता हु तो तुम जो कहोगे में बह करने केलिए राजी हु।

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तब बह लड़का ने कहा जहापे कुत्ते ने काट कर घाव किया हे, बो घाव की खून से रोटी को डुबोकर जो कुत्ता ने आपको कटा हे उसे खिला देना। देखना कुछ ही दिनों में आप हमेशा केलिए ठीक हो जाओगे।

बह आदमी उस लड़के की बात सुनकर हस्ते हुए कहा, भाई यदि आपकी ये बात सुनकर में ये काम किया तो इस नगर की जितना भी कुत्ता हे बह सभी कुत्ते खून से भीगा हुआ रोटी की लालच में मुझे काटने लगेगा।

नैतिक शिक्षा : “हार किसीका सलहा नहीं लेना चाहिए।”

3) बरगद पैर की कहानी | पंचतंत्र की 101 कहानियां

बहुत दिन पहेली की बात हे, गर्मी की समय में कुछ किसान खेत में काम कर रहा था। दोपहर की बक्त बहुत धुप होने की कारन बह सभी किसान बहुत ही थक चूका था।

खेत की सामने एक बरगत की पैर को देखते हुए सभी किसान उस पेड़ की निचे जाकर आराम करने लगा। बरगत की पैर की निचे ठंडी ठंडी हवा में बह लोग बिश्राम करते हुए आपस में बाते करने लगा।

कुछ ही देर में सभी किसानो का शरीर ठंडा हो गया और थकन भी दूर हो चूका था। बह सभी किसान जब एक दूसरे बाते कर रहा था तभी एक किसान ने कहा देख भी इस पेड़ कोई भी काम का नहीं हे।

इस पेड़ में ना तो कोई अच्छा फूल होता हे और ना तो कोई अच्छा फल होता हे। सब देखा जाये तो ये पेड़ इंसान की कोई काम में नहीं आता। ये बात सुनकर बरगत की पैर ने मन ही मन में कहा,

इंसान बहुत ही निर्दयी हे, जो समय में मेरी शरन लेकर चाओ और ठंडी ठंडी हवा की उपभोग कर रहा हे और बही समय में में कोई इंसान की काम में नहीं आता हु कहकर मेरी निंदा कर रहा हे।

नैतिक शिक्षा : “जो उपकार करता हे, उसका उपकारिता को भूलना पाप होता हे।”

4) किसान और सारस पक्षी की कहानी | शिक्षा पर कहानी छोटी सी

Educative Stories from Panchatantra
Educative Stories from Panchatantra

एक गांव में एक किशन रहता थे और उसकी बहुत सारा खेत था। उस किशन ने खेत में फसल बोया था और उस फसल को बहुत सारे बगुला ने खा कर फसल  करता था। बगुला से किसान बहुत परेशान था।

एकदिन किसान ने बगुला को पकड़ने केलिए खेत में जाल बिछाकर रखा था। दो दिन बाद किसान जब खेत में आया तो देखा की उस जाल में बहुत सारे बगुला फसा हुआ पड़ा हे और उसके साथ एक सारस भी उस जाल में फसा हुआ हे।

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सारस किसान को देखकर कहा, किशन भाई में बगुला नहीं हु, में तुम्हारा फसल ख़राब नहीं किया, मुझे तुम छोड़ दो? तुम बिचार करके देखो मेरा इसमें कोई दोष नहीं हे।

में दूसरे पक्षियों से बहुत ही अलग हु और में धार्मिक भी में किसीका कोई नुकसान नहीं करता हु। में सबको सम्मान करता हु। किसान ने सारस की बात सुनकर कहा, तुम जो केहेरेहे हो सब सच हे इसमें कोई संदेह नहीं हे।

लेकिन जितने सारे बगुला मेरा फसल को नुकसान किया हे तुम उसीके साथ पकड़ा गए हो। इसलिए तुमको भी सबके साथ सजा भुगत ना पड़ेगा।

नैतिक शिक्षा : “बेमन संगती का दोष ये हे की संगती दोष से सदाचारी संत भी खतरे में पड़ जाता हे।”

5) एकता ही बल हे | ज्ञान देने वाली कहानी

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एक गांव में एक किशन रहता था और उस किशन के तीन बेटे थे। बह तीनो बेटे एक दूसरे से बहुत अलग था। टोनो भइओ एक दूसरे से हमेशा लड़ाई झगड़ा करता था।

बह किसान उसके बेटे को हमेशा समझता थे लेकिन बह तीनो भाई उनकी पिता का बात बिलकुल भी नहीं मनाता था। बह किशन उसकी तीनो बेटे से बहुत ही परेशान थे।

बह किशन समझ गया था की सिर्फ बातो से काम नहीं चलेगा। एकदिन किशन ने परेशान होकर तीनो बेटे को बुलाया और बह सब को तीन लकड़ियाँ लेन को कहा और सभी को कहा ये तीन लकड़िओ को एक साथ बांधो।

बह लड़का ने तीनो लकड़िओ एक साथ बंधा। और किसान ने पहला बेटे को कहा, अब ये बंधा हुआ लड़की को तोड़ो? पहले लड़का ने बहुत कोसिस किया लकड़िओ को तोड़ने केलिए लेकिन बह तोड़ नहीं पाया।

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अब किसान ने दूसरा बेटे को कहा, लेकिन उसे भी नहीं हो पाया। अब तीसरा बेटे को कहा, लेकिन बह भी नाकाम रहा। अब किसान ने तीनो लकड़िओ का गाठ खोला और तीनो बेटे को एक एक करके लकड़ी दी।

और कहा अब तोड़ो? अब तीनो बेटे ने लकड़िया आसानीसे तोड़ दी। तब किसान ने तीनो बेटे को कहा, जब तुम तीनो एक साथ मिलझुल कर रहोगे तब कोई भी तुम तीनो भाई को कोई दुसमन कुछ भी नहीं कर सकता।

लेकिन आपस में अगर तुम तीनो भाई लड़ोगे तब दुसमन तुम्हे नुकसान पहुंचा सकता हे। इसलिए हमेशा तुम तीनो भाई एक साथ मिलझु कर रहना सीखो। क्यूंकि एकता ही बल हे।

नैतिक शिक्षा : “एकता ही सबसे बड़ी ताकत होता हे।”

Conclusion – निष्कर्ष –

आज की “पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानियां | Educative Stories from Panchatantra” ये कहानियाँ आपको केसा लगा कॉमेंट करके जरूर बताये क्यूंकि आपकी एक कमेंट से हमें बहुत प्रेरणा मिलता हे और अच्छे अच्छे पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानियां लिखने में उत्साहित करता हे। 

इस “Educative Stories from Panchatantra” पोस्ट का उद्देश्य हे की, कोई भी काम करने से पहले उसे अच्छी तरह से जांच पड़ताल कर ले उसके बाद ही उस काम को करे। ये करने से आपको कभी भी मुसीबतो का सामना नहीं करना पड़ेगा। 

 ॥धन्यवाद॥

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