बुद्धिमान व्यक्ति यह 7 रहस्य किसी को नहीं बताते (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi) | 7 Things no One Should Tell

आज में जो बताने जा रहा हु बो भगबान गौतम बुद्ध की “बुद्धिमान व्यक्ति यह 7 बातें किसी को नहीं बताते (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi) | 7 Things no One Should Tell” कुछ 7 परामर्श। ये 7 बातें आपकी जीबन में बेहद जरुरी हे।

हम हर कोई बात सबको बता देते हे, और इसे किया नुकशान होता हे ये हम कभी नहीं सोचते। लेकिन जीबन बड़ा कठिन हे और इस दुनिया में अच्छी से जीना हे तो हर कोई बात किसीको नहीं बताना चाहिए। क्यूंकि सब का जीबन में जैसा भलो सोचने बाला इंसान भी बेसा बुरा सोचने बाला इंसान भी हे।

Gautam Buddha ki Kahani in Hindi

आप हम सबके घर में कुछ न कुछ जरुरी बाटे होते रहे ते हे, जैसे माता-पिता से बाते, आपने पत्नी से बाते, आपने बच्चो से बाते, आपने भाई-बेहेन से बाते और घर की जो भी बाटे होती हे बह बात घर आपने परिबार के बिच ही रहना चाहिए। 

क्यूंकि घर की बात, जैसा पैसा की बात, कोई भी सुख दुःख की बाते, कोई झगड़ा की बाते आपने ही परिबार की अंदर ही रहना चाहिए। अगर ये सब बाते बहार किसीको पता चलता हे तो बह ब्यक्ति इसका बड़ा फ़ायदा उठा सकते हे। इसलिए हमेशा धार की बाटे किसीको नहीं बताना चाहिए।

कौन सी कौन बाते जो किसीको नहीं बताना चाहिए बह में निचे दिया हु, तो चलिए बिस्तर से इसके बारे में चर्चा करते हे। 

गौतम बुद्ध की कहानी

एक बात जो लगभग सभी ने बचपन से सुनते आ रहे हे की, “धीरे बोलो कोई सुन ना ले” ये बात हम सबके कानो में पड़ी होगी और हमारे मुँह से भी निकले होगी। लेकिन सोचने बाली बात ये हे की ये शब्द कब-कब हमारे मुँह से निकलता हे और कब-कब हमारे कानो में पड़ता हे।

क्यूंकि ऐसी काम ही गुप्त राज होते हे जो हम दुसरो की कानो में पड़ने नहीं देना चाहते। अक्सर परिबार में अशांति का कारन हम खुद ही होती हे। हम इस बात को देख पाए भले ना देख पाए पर ये असल सत्य हे।

क्यूंकि जाने-अनजाने मूर्खता भी शाम खुद ही अपनी बो बाते दूसरे को बाता देते हे जो हमें कभी भी नहीं बताना चाहिए और बही जो जाने-अनजाने हमने किसी दूसरे को सामने बाता हेते हे बही हमारे दुःख की कारन बन जाता हे। (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi)

Gautam Buddha ki Kahani in Hindi
Gautam Buddha ki Kahani in Hindi

बही हमारे झगड़े का कारन बन जाता हे। और फिर बाद में हमें पछताबा होता हे की मुझे ये बात किसीको बताना नहीं चाहिए था। मेरी गलती की बजह से मेने जाने-अनजाने ये बात सभी को बता दिया।

इसलिए आज की जो भगबान बुद्ध की कहानी में आपको सुनाने बाला हु उसे सुनने के बाद आपको 7 ऐसी बाटे पाता चलेगा जो आपको कभी किसीको नहीं बताना हे। ये जो 7 बाते हे जो किसीको नहीं बताना हे।

क्यों नहीं बताना हे इसके पीछे का तर्क भी आपको पता चलेगा और इन 7 बातो के अलाबा अगर आपको लगता हे की कोई बात ऐसी हे जो इस कहानी में छूट गयी हे या नहीं बता पाया तो कमेंट करके जरूर बताना।

तो चलिए सुरु करते हे आज की कहानी बुद्धिमान व्यक्ति यह 7 बातें किसी को नहीं बताते (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi) | 7 Things no One Should Tell”

बुद्धिमान व्यक्ति यह 7 रहस्य जो किसी को नहीं बताते

एक समय की बात हे, एक नगर में पिंकू नाम का एक लड़का रहता था। बह लड़का बहुत ही गरीब परिबार से था। कुछ पैसा नहीं था उसके पास, दो बक्त की दाल रोटी भी बड़ी मुश्किल से उसके नसीब होता था। बह लड़का किसी काम की तलाश में दिन रत खोज करने की बाद में भी उसे कोई काम नहीं मिल रहा था।

फिर बह लड़का आपने पत्नी के सामने अपनी सारी परिसानी सारी समस्या बता दी। उसने अपनी पत्नी को कहा की में जिस जगह भी काम मांगने के लिए जाता हु तो हर कोई मुझे ये कहे कर काम नहीं देता की हमारे यह कोई काम की जगह खाली नहीं हे। में बहुत काम ढूंढा फिर भी मुझे कोई काम नहीं मिला।

में काम की तलाश करते करते थक चूका हु। मुझे समझ नहीं आ रहा हे में तुम लोगो मका पेट कैसे पलु ये परिबार कैसे चलेगी आपने बच्चो को कैसे बड़ा करूँगा, और ये चिंता मुझे दिन-रत खाये जा रहा हे। 

ये सुकर उसकी पत्नी ने कहा की, तुम एक आदमी के पास सिर्फ एक बार ही काम मांगने के लिए जाते हो और जब बह काम नहीं देता तो तुम दो बारा जाते तक नहीं हो। अगर उनसे काम लेना हे तो तुम्हे हमदर्दी जतनी होगी तुम्हे उनसे हम दर्दी हासिल करनी होगी अपनी गरीबी दिखानी होगी।

ताकि बह लोग तुम्हरी मज़बूरी देखकर तुम्हे काम पर रख ले। इसलिए शर्म मत करो और उन्हें अपनी मज़बूरी बताओ। अपनी गरीबी बताओ और इसी उपाय से तुम काम पा सकते हो।

उसकी पत्नी की बात पिंकू की मस्तिष्क में बैठ गयी और अगले दिन बह काम मांगने के लिए उसी सेठ के पास जा पुह्चा जहा पर बह पिछले दिन काम लगने केलिए गया था।

लेकिन इस बार उसने हाथ जोड़कर उस सेठ से पार्थना की, उससे बिनती की, की में बहुत गरीब हु, और मेरा परिबार भूखा हे, मेरे दो छोटे छोटे बच्चे हे, मुझे काम की बहुत जरुरत हे। बो जो कुछ भी पैसा देंगे बह उससे ही संतुस्ट हो जायेगा। 

पर कृपा करके मुझे आपने यहाँ पैर काम पे रख ले। उसकी ये हालत देख कर उस सेठ ने उसे आपने पास काम पे रख लिया। बह रोज बहा पर काम पर जाने लगा। अंदर ही अंदर बह बहुत खुश तो की उसे काम तो मिला लेकिन उसे तन्खा दूसरे लोगो से काम मिलता था।

बही काम जो दुसरो लोग कररहा था उन्हें ज्यादा तन्खा मिल रहा था। और पिंकू को काम तन्खा मिल रहा था।  जब इसकी बारे में सेठ से कहा, तो सेठ ने कहा की, देखो भाई तुम्हे काम की जरुरत थी और मेने तुम्हे काम दिया।

मेरा ध्यन्यबाद करने की बजह तुम मुझसे शिकायत कर रहे हो। ये किसी इंसानियत हे। ये सुनकर पिंकू बही पर चुप हो गया। बात कही ना कही सत्य थी। सेठ ने तो उसे मज़बूरी के हिसाब से ही उसे काम दिया था और इसलिए बह उसे आपने अनुसार ही बेटन देता था।

लेकिन धीरे धीरे ये बात आपने दोस्तों और आपने रिस्तेदारो को भी बताना शुरू कर दी की उसका सेठ केसा आदमी हे और उसे कितना बेटन देता था। समय बीत ता गया और पिंकू पूरी लगन के साथ आपने काम करता था।

लेकिन अब परिस्थिया बदल ने लगी थी। सेठ अब पिंकू से दुसरो लोगो से ज्यादा काम लेता था और उनसे काम तन्खा उन्हें देता था। ये बात पिंकी की मन ही मन में बहुत खटक टी थी। बह दुसरो से ज्यादा मेहनत कर रहा हे और उनसे कम तन्खा पा रहा हे। इससे उसको आपने अत्मसम्मान को बहुत चोट पोह्ची।

अब धीरे धीरे उसका मन अब काम से हटने लगा। उसका मन काम में लगता ही नहीं था। जाहिर सी बात हे की ऐसा जगह किसका मन लगेगा जहा आदमी को आपने आत्मसम्मान के साथ समझौता करना पड़े। 

इसलिए जल्द ही उसने आपने काम छोड़ दिया और बह घर पर आकर खाली बेथ गया। अब उसके पास घर का खर्चा चलने केलिए भी पैसा नहीं बचे। इसलिए बह आपने रिस्तेदारो और आपने दोस्तों से सहायता मांगने शुरू कर दिया।

लेकिन उसका दोस्त और उसका रिस्तेदार उसके सामने तो उसे दया की पात्र समझते ते थे, उसे दिलाशा देते थे लेकिन उसका पीछे उसका मजाक उड़ाते ते थे। बह कहते थे कितना बेबकुफ़ हे सेठ ने इतना काम लिया और बेचारा को पैसा भी नहीं दिया।

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अरे हम इसको पैसे दे दे तो ये कल हमारा भी पैसा बपाश कर पायेगा? इसकी पैसा देने की हालत हे? काम तो इसके पास कुछ भी नहीं पैसा कहा से लाएगा। और इसकी बजह से पिंकू की हालत दिन ब दिन ख़राब होती जा रही थी।

अब बह दिन रत तनाब में रहे लगे। बही दोस्त बही रिस्तेदार जो उसकी आपने होने का दिखाबा करते थे और भी उसे दया का पात्र समझ ता था। उन्हें उसके ऊपर तराश आ रहा था। सब लोग आकर उसे ज्ञान तो बहुत दे ते थे लेकिन कोई भी उसे सहायता नहीं करता था। 

और अक्सर ऐसा ही होता हे। ज्ञान देने बाले तो बहुत मिल जाते हे लेकिन मदत करने बाले ऊँगली पकड़ कर हाथ पकड़ कर आगे चलने बाले कितने लोग मिल जाता हे। एकदिन उसे पता चला की पड़ोस की गांव में एक बुद्ध भिक्षु आया हुआ हे जो बहुत ही ज्ञानी हे।

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पिंकू इतना तनाब में था की उसे कोई रास्ता ही नजर नहीं आ रहा था। इसलिए जाने-अनजाने बह बुद्ध भिक्षु के पास पुहच जाता हे। बहा जाकर सीधा बुद्ध भिक्षु के पैर में गिर कर रोने लगता हे।

पिंकू रोते-रोते अपनी सारी परिस्थिति बताता हे। उन्हें बताता हे की, किस तहरा उसके सेठ ने उसका फ़ायदा उठाया और उसके रिस्तेदार, दोस्त उसके साथ कैसे ब्यबहार करते हे।

सारे बात सुनकर बुद्ध भिक्षु ने उसे चुप करते हुए कहा की, ये सारी समश्याए तुम्हारी बुध्दि हीनता तुम्हारी मूर्खता के कारन उत्पन्न हुयी हे। तुम्हारा अंदर बिबेक होता तो इनमेसे एक भी समश्या तुम्हारे चित्त को दुखी नहीं कर सकती थी। 

ल्व्कीन तुमने अपनी अबिबेक के कारन अपनी मुर्ख ता के कारन खुद ही आपने रास्ते में कांटे बिछा दिए हो। आज में तुम्हे 7 बात बाता रहहु जो भूल कर भी किसीको मत बताना और इन बातो का अनुसरण करते हुए तुम बहार से मिलने बाले दुखो को तो दूर कर सकते हो जो बे बजह दुनिया की बजह से तुम्हारे अंदर पनपते हे।

पहेली बात जो किसीको नहीं बताना चाहिए बो हे – “अपनी मज़बूरी” (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi)

1) अपनी मज़बूरी 

अपनी मज़बूरी का दिखाबा करके दुसरो का दया का पात्र बनकर उनकी सहायता लेनेकी गलती कभी मत करना। हो सकता हे की आज बह तुम्हारी मज़बूरी देखकर तुम्हारी सहायता करते लेकिन कल बह तुम्हारा फायदा उठाने से भी दुबारा नहीं सोचेगा।

और अगर फ़ायदा भी नहीं उठाएगा तो दुसरो के सामने तुम्हारा मजाक बनाने में बह आदमी कभी दुबारा नहीं सोचेगा। इसलिए कभी भी अपनी मज़बूरी का दिखाबा ना करे।

अगर घर में दो रोटी हे सुखी रोटी तो बही खाकर सो जाओ लेकिन दुसरो को इसके बारेमे भनक तक नहीं लगने चाहिए। जरा आप खुद सोचो मज़बूरी बनने का किया जरुरी होता हे एक इंसान का?

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या तो बो दुसरो से सहानुभूति करना चाहता हे या तो उंनसे कोई आर्थिक मदत चाहता हे। लेकिन दोनों ही परिस्थिति आप देखो तो दूसरा आदमी आपका फायदा उठाने से दुबारा नहीं सोचेगा।

.और अगर बह फ़ायदा नहीं भी उठाएगा तो अपनी नजर में तो आपको बबह मुर्ख ही समझेगा, बेबकुफ़ समझेगा और दुसरो की सामने आपका मजाक तो जरूर बनाएगा। इसलिए अपनी मज़बूरी के बारे में किसी को मत बताना।

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दूसरी बात जो किसीको भी नहीं बताना चाहिए बो हे – “अपनी अतीत की गलतियां और भबिष्य की रणनीतियां ” (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi)

2) अपनी अतीत की गलतियां और भबिष्य की रणनीतियां 

जरा सोचो की अगर हम आपने अतीत की गलतियां किसी दूसरेको बाताते हे तो उसका किया प्रभाब होगा बह गलतियां ठीक तो नहीं की जासकती जाहिर हे। तो उन्हें बताने का किया जरुरी हे।

आप आपने अँधेरे पक्ष को खुद दुनिया का सामने बता रहे हो। खुद अपनी गलतिया दुसरो के सामने बता रहेहो। इससे एक आदमी की नजर में एक चरित्र गठित हो जायेगा। और बह भबिष्य में आपको हमेशा उसी नजरो से देखेगा।

इसलिए किसी भी आदमी की नजर में आपने चरित्र गठित मत होने दो। और जरा सोचो की आप ब्यर्थ में ही अपनी भबिष्य की रणनीति दुसरो के सामने बता रहेहो। जो लोग आपके काम का हिस्सा ही नहीं हे उनके सामने अपनी भबिष्य की रणनीति के बारे में ढिंढोरा पीटने की किया फ़ायदा।

बो लोग आपकी सहायता तो नहीं करेंगे लेकिन आपकी भबिष्य की रणनीति में बाधा जरूर बन सकता हे। आप खुद अपनी बिबेक का इस्तेमाल करिये और सोचिये की आप की साथ भी ऐसा हुआ की आपने अपनी भबिष्य की रणनीतियां किसीको बताया हो और बह रणनीति कभी भी कामियाबी ना हुयी हो।  जरूर हुआ होगा। जरा गौर से सोचिये याद आएगा।

तीसरी बात जो किसीको भी नहीं बताना चाहिए बो हे – “घर की बाते” (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi)

3) घर की बाते

जो भी हमारे घर की अंदर आपस में बातचीत होती हे हमारे माँ-बाप के साथ, हमारी पत्नी के साथ, हमारे बच्चोके साथ, हमारे भाई-बेहेन की बात बह बाते परिबार ही तक सिमित रहना चाहिए। 

अगर आप ये बात दुनिया के सामने डिंडोरा पिट ते हो तो दुसरो को आपकी घर में घुसने की एक मौका मिल जाता हे। और बह इसका फ़ायदा उठाने से कभी भी दुबारा नहीं सोचेंगे। बह आपकी परिबार की सदस्य को आपसे दूर कलेकर जाने की कोसिस करेंगी।

अक्सर ऐसा होता हे, हम समाज में देखते हे की हम आपने घर की झगड़े को काम करने के लिए उन झगड़ो को आपने पड़ोसी को और दूसरे रिस्तेदारो को बता देते हे। लेकिन इससे आपको सहायता कभी नहीं मिली होगी।

बल्कि आपके घर की लड़ाई झगड़ा और ज्यादा बाद गयी होगी और बह जाहिर हे बह बढ़ेंगे अगर आप आपने माँ-बाप की बात दुसरो को बताएँगे तो आपकी माँ-बाप को बुरा लगेगा की हमारे बेटा हमसे बताये बेगार दुसरो को ये बात बाता रहा हे। इसलिए अपनी घर की बाते और अपनी घर की लड़ाई झगड़ा किसी के सामने मत बताना।

अगली बात जो में आपको बताने जा रहा हु जो किसी को नहीं बताना चाहिए बह सुनने पर अजीब लड़ सकती हे लेकिनज उसका सत्य भी में आपको एक तर्क के माध्यम से दूंगा। मेरा कहना हे की अपनी आमदनी किसी को नहीं बताना।

चौथी बात जो किसीको भी नहीं बताना चाहिए बो हे – “अपनी आमदनी” (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi)

4) अपनी आमदनी

आप अपनी आमदनी ना बताने की पीछे किया जरुरी हो सकता हे। जरा सोचिये की आप अपनी आमदनी आपने दोस्तो को बता देते हे तो जब आपको दोस्तों को जरुरत पड़ेगी तो बो सिर्फ आपको ही याद करेगी।

क्यूंकि उनको पाता हे की आपकी आमदनी ज्यादा अच्छी हे। तो आप ही उनकी मदत कर सकते हे और इसलिए ज्यादा लोग आपसे सहायता मांगेगे। और जब आप उनकी सहायता नहीं करेंगे तो बो सोचेंगे की इस आदमी के पास पैसा हे मेरे सहायता कर सकता हे लेकिन यह सहायता कर नहीं रहा हे। 

और इसलिए आपकी आमदनी दोनों दोस्तों की बिच एक झगड़े का कारन बन सकता हे। काम आमदनी होगी तो लोग मजाक उड़ाएंगे और ज्यादा आमदनी होगी तो लोग आपसे सहायता मांगेगे। इसलिए आप आपकी आमदनी बताने का कोई जरुरी नहीं हे।

पांचबी बात जो में आपको बताने बाला हो उसे अपनी गाठ बांध लेना और किसीको ये बात मत बताना बो हे – “अपनी कमजोरी और अपनी ताकत” (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi)

5) अपनी कमजोरी और अपनी ताकत

अक्सर इंसान को पता नहीं होता हे की उसकी कमजोरी और उसकी ताकत किया हे। लेकिन आपको अपनी कमजोरी और अपनी ताकत पता हे तो पहेली बात तो आप बहुत ही बुद्धिमान आदमी हे और दूसरी बात आपको ये बाते किसी से सजा नहीं करनी हे।

क्यूंकि अगर आपकी कमजोरी दुसरो को पता चल गयी तो बह आपकी कमजोरी का फ़ायदा उठाएंगे और अगर आपकी ताकत पता चल गयी तो बही ताकत आपकी कमजोरी बन जाएगी। 

क्यूंकि बो ताकत दूसरे आदमी को पाता हे और बो ताकत की कमजोरी भी ढूंढ ही लेगा। अपनी अपनी कमजोरी और अपनी ताकत अपनी पत्नी या आपने पति को भी नहीं बताना चाहिए। क्यूंकि इसके बाद आपको घर में हमेशा दब कर रहना पड़ेगा।

छटा बात जो किसीको भी नहीं बताना चाहिए बो हे – “आपने मित्र और आपने शत्रु” (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi)

6) आपने मित्र और आपने शत्रु

आप अगर आपने मित्रो के बारेमे अगर दुसरो लोगो को बताएँगे तो बह आपकी मित्र के साथ अपनी घनिष्ठ बनकर आपको धोखा दिलबा सकते हे, आपकी गहरा मित्र को आपसे दूर करबाने का प्रयाश कर सकते हे।

अक्सर आम आदमी ऐसा नहीं करता लेकिन आपकी दुसमन ऐसा करने की कोशिश कर सकते हे। और दूसरी तरफ आपकी शत्रु का भी किसी को नहीं पाता लगना चाहिए। 

क्यूंकि आज जो आपकी मित्र हे अगर कल बह आपका दुश्मन हो गया तो बह आपकी दुसमन के साथ ही मिलकर आपको परास्त कर सकता हे, आपको धोखा दे सकता हे। इसलिए आपने सबसे अच्छे दोस्त को भी आपने दुसमन के बारे में कभी मत बताना।

सातवा और आखिरी बातें में जो बताने जा रहा हु जो किसीको भी नहीं बताना चाहिए बो हे – ” दान करना” (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi)

7) दान करना

आप जो दान करते हो तो दान के बारे में भी किसी को नहीं बताना नहीं तो दान करना ब्यर्थ हो जाता हे, बेकार हो जाता हे। जब आप आपकी दान का डिंडोरा पीटते हो तो तब आप ये जाताना चा रहे हो की में कितना बड़ा दानी पुरुष हु।

और ये आपकी अंदर एक अहंकार निर्मित करेगा। इसीलिए दान गुप्त रूप से किया जाना ही अच्छा होता हे और उतना ही फलदायी होता हे। जब आपका बयां  हाथ दान कर रहा हे तो डया हाथ को भी ना पाता चले की बयां हाथ दान कर रहा हे।

ये 7 बाते जो बुद्ध भिक्षु ने जो पिंकू को बताई इनमे संसार की सभी सिद्धांत छुपे हुए हे। इन बातो का अनुसरण करते हुए आप आपने घर ने सुख शांति बना सकते हे और घर की झगड़े हमेशा के लिए दूर कर सकते हे। आप इस बातो को बारे में आपने बिबेक से भी सोचेंगे तो आपको ये बाते सच मालूम पड़ेगा। 

“हर कोई बात किसीको नहीं बताना चाहिए”

Conclusion – निष्कर्ष –

आजकी कहानी “बुद्धिमान व्यक्ति यह 7 रहस्य किसी को नहीं बताते (Gautam Buddha ki Kahani in Hindi) | 7 Things no One Should Tell” सुनाने की उद्देश्य ये हे की आपका बिबेक जागृत हो। आप खुद उन बातो को बारे में सोचो जो हम आपको बता रहे हे। अगर हम गलत हे तो कमेंट कर के जरूर बताना। 

 ॥धन्यवाद॥

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