आज में आपके लिए “Motivational Story in Hindi for Student | विद्यार्थी के लिए प्रेरणादायक कहानी short ” ये कहानी एक सफल ब्यक्ति की प्रेरक कहानी हे।
हर कोई बेक्ति एक सफल बेक्ति का Success Story पढ़कर या Success Story सुनकर उनको पेरणा मिलता हे। और Success Story पढ़कर या Success Story सुनकर उनको आपने जीबन में बहुत ही कुछ सिखने को मिलता हे।
इस दुनिया में हर कोई बेक्ति सफल “Motivational Story in Hindi for Student” होना चाहता हे। लेकिन इनमे से 10% लोग ही आपने जीबन में सफल होता हे। दोस्तों एक सफल बेक्ति होने के लिए आपने जीबन में बहुत संघर्ष और कड़ी मेहनत करना पड़ता हे। तब जाकर हमें सफलता मिलता हे।
Motivational Story in Hindi for Student
आपने जीबन में “Motivational Story in Hindi for Student” Success यानि सफलता पाने के लिए बचपन से ही एक सही लक्ष्य निर्णय करना पड़ेगा। और एहि लक्ष्य लेकर आगे बढ़ना पड़ेगा। अपने लक्ष्य पर चलने के लिए जीबन में बहुत बाधा आएगा लेकिन हमें उस बाधा से डर कर रुकना नहीं हे हर बाधा से संघर्ष करके आगे बढ़ना पड़ेगा।
जीबन में सफलता से पहले असफलता जरूर आएगा लेकिन हमें ये असफलता से ही सिख लेकर सफलता हासिल करना पड़ेगा।लेकिन इनमे से 10% लोग ही आपने जीबन में सफल होता हे बाकि 90% लोग क्यों सफल नहीं हो पता? ये साबल की जबाब हेना तो मुश्किल हे लेकिन में कोसिस करूँगा ये साबलो की जबाब देने में।
दोस्तों हमारा जीबन में या हमारा परिबार में बहुत ही समस्या रहती हे। सबसे बड़ी समस्या तो पैसा की समस्या हे। पापा- मम्मी को देखभाल करना भाई-बेहेन को पड़ना लिखना, एक आछा घर एक आछा गाड़ी एक आछा पत्नी, हम लोग हमेशा एहि सपना देखते हे। लेकिन सिर्फ सपना ही देखते हे, आपने सपने को पूरा करने के लिए दुनिया से लड़ना पड़ता हे दोस्तों।
आपने सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ता हे। जीबन में तो हर मोड़ पे समस्या रहती हे लेकिन जो बेक्ति उस समस्या से संघर्ष करके आगे बढ़ता हे उसीको सफलता हासिल होता हे। दोस्तों जीबन में सफलता पाने केलिए आज से ही अपने लक्ष्य पर चलने के लिए आगे बढिये और मेहनत कीजिये देखना सफलता की रास्ता आपने खुद ब खुद सामने दिखाई देगा।
Best Motivational Story in Hindi
दोस्तों, इसलिए आज में आपके लिए “Motivational Story in Hindi for Student | सफलता लोगो की प्रेरक कहानी” लेकर आया हु जो आपको सफलता की रस्ते पर चलने के लिए पेरेना देगा। तो चलिए दोस्तों सुरु करते हे आजकी “Motivational Story in Hindi for Student” | सफलता लोगो की प्रेरक कहानी –
बिल गेट्स, धरती पर मजूद सबसे अमीर इंसान। दोस्तों, बिल गेट्स के पास लगभग 90 बिलियन यूएस डॉलर हे यानी करीब 5,800,000,000,000 करोड़ इंडियन रूपीस और वह हर 1 मिनट में लगभग 15,00,000 रुपए कमा लेते हैं .और सिर्फ यही नहीं जब तक जिंदा रहेंगे यूं ही 15,00,000 रुपए या उससे भी अधिक हर 1 मिनट में कमाते रहेंगे।
और कहा जाता है कि अगर बिल गेट्स की अपना खुद का एक देश होता तो पूरी दुनिया का 37बा सबसे अमीर देश होता। तो दोस्तों, सफलता के इस मुकाम को हासिल करने के लिए बिल गेट्स ने अपने जीवन में जो कुछ भी किया है बह सब आज मैं आपको विस्तार से बताऊंगा। बस एक छोटी सी रिक्वेस्ट है इस आर्टिकल को शुरू से आखिर तक पड़ना।

सन 1955 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1955 में 28 October के दिन Seattle, Washington, United states Of America में Bill Gates का जन्म हुआ। उनका पूरा नाम है William Henry Gates के उनके पिता का नाम William Henry Gates Sr. और उनकी मां का नाम Mary Maxwell Gates था। जब वह बड़े हुए उनके माता-पिता ने उनका दाखिला Lakeside School में करवाएं। जो उस क्षेत्र में मौजूद उस समय का सबसे अच्छा स्कूल था।
उस स्कूल में Bill Gates पढ़ाई लिखाई में बहुत Intelligent स्टूडेंट साबित हुए। उन्हें बचपन से ही पढ़ने की एक अलग ही भूख थी। वह घंटे तक स्कूल के अंदर पुस्तकों के साथ-साथ Encyclopedia भी पढ़ा करते थे।
सन 1969 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1969 में बिल गेट्स ने अपना हाईस्कूल शुरू किया। यह वह दौर था जब इंसान पहली बार चांद पर गया था। और यह मिशन Computer की वजह से ही सफल हुआ था। और उसी दौरान सेटल नाम की एक कंपनी ने Lakeside School को अपने कंप्यूटर, विद्यार्थियों को सिखाने और उसे जानने के लिए दिए।और Bill Gates तो पहले से ही किसी भी चीज के बारे में जानने केलिए ज्यादा से ज्यादा जानने के लिए उत्सुक रहते थे।
और इसीलिए उन्होंने अपना दाखिला कंप्यूटर क्लास में करवा लिया। और जल्द ही उनकी कंप्यूटर में रुचि बढ़ने लगी। उनको हमेशा यह जानने की इच्छा रहती कि आखिर यह कंप्यूटर काम कैसे करता है? और इसीलिए ज्यादा से ज्यादा समय कंप्यूटर क्लास में ही बिताते। और फिर एकदिन कंप्यूटर क्लास में उनकी मुलाकात Paul Allen (January 21,1953)से हुई जो कि उसे 2 साल बड़े थे।
ये भी पड़े:
- Best Moral Stories Sher aur Khargosh ki Kahani | शेर और खरगोश की कहानी
- Physical Reality Best Horror Story in Hindi Real Story | डर एक एहसास हे गौरव तिवारी भौतिक सत्य घटना
वैसे तो उन दोनों के ख्याल और विचार एक दूसरे से मेल नहीं खाते थे क्योंकि जहां Paul Allen बहुत शर्मीले शांत स्वभाव के थे वहीं Bill का स्वभाव से बिल्कुल विपरीत था। लेकिन अपने कंप्यूटर को लेकर मिलती-जुलती धारणाओं और विचारों की वजह से वह दोनों अच्छे दोस्त बन गए। और उस समय यह कोई सोच भी नहीं सकता था एक दिन यह दोनों मिलकर इस दुनिया को बदल कर रख देंगे।
सन 1970 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1970 में जब बिल गेट्स सिर्फ15 साल के थे तब उन्होंने और पॉल एलन के साथ मिलकर Traf-O-Data का नाम का एक ऐसा कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया Seattle शहर में होने वाले यातायात प्रवाह को मापता था और उसके लिए उन्हें पूरे $20000 मिले जो कि इनकी पहली कमाई थी। और इसी के साथ बिल गेट्स ने Technology की दुनिया में भी प्रवेश कर लिया था।
सन 1972 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1972 में जब बिल गेट्स केवल 17 साल के थे तो उन्होंने एलन के साथ मिलकर अपनी खुद की कंपनी खोलने के बारे में विचार करना शुरू कर दिया। लेकिन बिल गेट्स के माता-पिता ने उन्हें पहले हाई स्कूल खत्म करके कॉलेज में जाने के लिए जोर दिया। क्योंकि उनके पिता एक प्रख्यात वकील थे और इसीलिए वो चाहते थे कि बिल गेट्स कानून की शिक्षा ले।
सन 1973 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1973 में बिल गेट्स ने अपना हाईस्कूल खत्म किया और एग्जाम में 1600 में से 1590 अंक प्राप्त करके अपनी बुद्धिमता का परिचय दिया। जिस पर उनके माता-पिता बहुत खुश हुए और उन्होंने बिल का एडमिशन (Harvard university) हावर्ड यूनिवर्सिटी में करवा दिया। और जहा कि बिल अब कानून की शिक्षा ले, लेकिन बिल गेट्स का सपना तो कुछ और ही था।
ये भी पड़े:
- Invaluable 5 Good Thoughts of Lord Buddha | मन को शांति देने बाला भगबान बुद्ध की 5 अमूल्य सुबिचार
- How to take the Right Decision in Life Gautam Buddha ki Kahaniya in Hindi
फिर भी उन्होंने बहुत ध्यान पूर्वक Low मैं अपना करियर बनाने पर विचार किया लेकिन उसमें उन्हें कोई भी ऐसा विषय नहीं मिला जिसमें उन्हें कंप्यूटर जितनी रूचि हो और इसीलिए वह अपना ज्यादा से ज्यादा समय हावर्ड कंप्यूटर सेंटर में ही बिताते।
सन 1974 | Motivational Story in Hindi for Student
दिसंबर 1974 में एलन को पॉपुलर इलेक्ट्रॉनिक्स नाम की एक मैगेजीन मिली जिसके कवर पेज पर दुनिया के सबसे पहले मिनी कंप्यूटर किट The Altair 8800 की घोषणा की गई थी।
यह खबर मिलते ही एलन विल गेटस के पास गए और सब कुछ बताया। और इस बात से वह दोनों बहुत खुश हुए। क्योंकि वह जानते थे कि अगर यह कंप्यूटर बन गया तो दुनिया में हर इंसान इसे इस्तेमाल करके अपना काम आसान कर सकेगा।
The Altair 8800 न्यू मैक्सिको में एक ED Roberts कंपनी द्वारा बनाया गया था। और Henry Edward Roberts जो की इस कंपनी को चला रहे थे बह तलाश कर रहे थे किसी ऐसे इंसान की जो ऐसा सॉफ्टवेयर बना पाए जो की उनके इस कंप्यूटर को चला सके। और बिल और एलन के पास अपनी किस्मत को चमकाने का एक बहुत बड़ा मौका था।
और इसीलिए उन्होंने इस कंपनी से कांटेक्ट किया और घोषणा की, वह एक बेसिक सॉफ्टवेयर के प्रोग्राम पर काम कर रहे हैं, जो कि Altair Computer को चलाएगा। और उसके बाद उन दोनों ने हावर्ड कंप्यूटर सेण्टर में पूरे 2 महीने तक दिन-रात काम किया और एक सॉफ्टवेयर बनाया।
सन 1975 | Motivational Story in Hindi for Student
फरवरी सन 1975 को Paul Allen उस Software को टेस्ट करवाने के लिए गए और जब वह Software Altair 800 में इंस्टॉल किया गया तो वह सही से काम करने लगा।
और यह उनकी जिंदगी का सबसे बेहतरीन पल था। जिसका कंप्यूटर उद्योग पर एक ऐतिहासिक प्रभाव पड़ा। क्योंकि इसके बाद उन्होंने कभी ना रुकने का फैसला कर लिया। और सिर्फ 19 साल की उम्र में बिल गेट्स ने और पॉल एलन के साथ मिलकर सन 1975 में Microsoft Company की स्थापना की।
ये भी पड़े:
- बुद्धिमान व्यक्ति यह 7 रहस्य किसी को नहीं बताते | 7 Things no One Should Tell
- 5 Best Small Panchatantra Stories in Hindi | पंचतंत्र की नैतिक कहानियाँ
ED Roberts Company के साथ मिलकर काम करने लगे। देखते ही देखते कंप्यूटर की खपत इतनी बढ़ गई कि बिल गेट्स ने अपनी पढ़ाई को फाइनल इयर्स के पहले ही छोड़ दिया। लेकिन शुरुआती दौर में बिल और एलन को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा।
क्योंकि लोगों में कंप्यूटर को लेकर एक ऐसा कलचर फेमस होने लग गया जिसमें लोग पर्सनल कंप्यूटर तो खरीद रहे थे लेकिन Information और Software को एक दूसरे के साथ शेयर कर लेते और इसीलिए किसी को भी Software के पीछे पैसे खर्च करने में कोई रुचि नहीं थी। लेकिन बिल और एलन ने इस Software को बनाने में काफी मेहनत की थी इसलिए उनको इस बात का बहुत बुरा लगता।
सन 1976 | Motivational Story in Hindi for Student

फरवरी सन 1976 में बिल ने कंप्यूटर में रुचि रखने वालों लोगो के लिए यह कहते हुए एक पत्र लिखा। कि बिना किसी सोफ्टवेयर को खरीदे उसका इस्तेमाल करना, मतलब कि पहले ही किसी नया सोफ्टवेयर को बनने से पहले ही रोक देना होगा। लेकिन लोगों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। इस पर बिल गेट्स बहुत निराश हुए।
लेकिन उनकी कुशाग्र था ना केवल सॉफ्टवेयर बनाने में थी बल्कि उसके साथ साथ बिजनेस को आगे बढ़ाने और कंपनी को उचा ही पर भी ले जाने की थी। जरूरत पड़ने पर वह कंपनी में एंप्लॉई द्वारा बनाए गए कोड को खुद चेक करते और उसमें से बह एरर को निकाल दे ते थे।
ये भी पड़े:.
- Serbian Dancing Lady Ghost Horror Story in Hindi for Kids | बच्चों के लिए प्रेतात्मा की डरावनी कहानी
- 1920 Haunted Castle True Horror Story in Hindi | एक सच्ची डरावनी भूत की कहानी
बिल की मेहनत और लगन की वजह से कंपनी की तरक्की दिन-ब-दिन Apple, Intel. IBM जैसी हार्डवेयर बनाने वाली कंपनी की तरफ बढ़ती जा रही थी। और फिर माइक्रोसॉफ्ट ने नए सॉफ्टवेयर का अलग-अलग भाषाओं में विस्तार किया और अन्य कंप्यूटर कंपनी को अपने उत्पादों को बेचना शुरू कर दिया।
सन 1978 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1978 के अंत तक आते-आते की इस सॉफ्टवेयर बिक्री एक मिलियन यानी 10 लाख से भी ज्यादा हो गई। और सन 1978 से लेकर 1981 के बीच माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने आश्चर्य विकास देखने को मिला और बहुत ही कम समय में माइक्रोसॉफ्ट कर्मचारियों की संख्या 13 कर्मचारियों से बढ़कर 128 हो गई।
सन 1980 | Motivational Story in Hindi for Student
नवंबर सन 1980 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के पास एक ऐसा मौका आया जिसने उनके किस्मत को बदल कर रख दिया। क्योंकि दुनिया की सबसे बड़ी कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी आईबीएम में माइक्रोसॉफ्ट को अपने नए पर्सनल कंप्यूटर के लिए सॉफ्टवेयर बनाने की पेशकश की। और ये बिल और एलन के लिए बहुत अच्छा मौका था।
और इसीलिए उन्होंने आईबीएम के लिए एक नया सॉफ्टवेयर Microsoft MS-DOS बनाया IBM कंपनी ने इस सॉफ्टवेयर का सोच को $50000 में खरीदना चाहा लेकिन, बिल गेट्स बहुत इंटेलिजेंट और चालाक बिजनेसमैन थे। उन्होंने उनके इस प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया।
क्यूंकि बिल गेट्स चाहते थे कि IBM जितने भी कंप्यूटर में उनका सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करके बेचे उस हर एक कंप्यूटर पर माइक्रोसॉफ्ट भी पैसा कमाए और इसीलिए आईबीएम कंपनी को उनके बेचे गए हर एक PC पर माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को लाइसेंस फी चुकानी पड़ती।
ऐसे ही मार्केट में कुछ और कंपनियां भी आई। जिन्होंने IBM से भी सस्ता कंप्यूटर मार्किट में उतारे और माइक्रोसॉफ्ट ने उनको भी आपने सॉफ्टवेयर बेचे। सन 1981 के मध्य में बिल गेट्स माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के President और एलेन Executive Vice President बन गए।
सन 1983 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1983 तक आते-आते माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का टर्नओवर 4 मिलियन डॉलर से बढ़कर 16 मिलियन डॉलर हो गया। और पूरी दुनिया में जितने भी पर्सनल कंप्यूटर्स थे उसमें से 30% कंप्यूटर में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का सॉफ्टवेयर चलाया जा रहा था।
उस पर 1983 तक जहां एक तरफ बिल गेट्स सिर्फ 28 साल की उम्र में कामयाबी के शिखर को छू रहे थे और पूरी दुनिया में बिल और एलेन की बनाए गए सॉफ्टवेयर की डिमांड बढ़ती जा रही थी। वहीं दूसरी ओर एलन को एक गंभीर बीमारी हो गई। जो कि कैंसर की श्रेणी में आती थी।
हालांकि लगभग एक साल बाद एलन धीरे-धीरे ठीक होने लगे थे। लेकिन वह अब माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के दिन प्रतिदिन के कारोबार में ज्यादा हिस्सा नहीं ले सकते थे। और इसीलिए उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट को छोड़ दिया। और इसी के साथ नील और एलन की पार्टनरशिप का अंत हो गया।
सन 1984 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1984 में केवल बिल गेट्स ही माइक्रोसॉफ्ट का इकलौता चेहरा रह गई। और उनके लगातार प्रयास और लगन से सन 1985 में उनकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने $140 Million से भी अधिक सेल की।
सन 1986 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1986 में बिल गेट्स ने पहली बार माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का एक नया प्रोडक्ट Microsoft Window मार्केट में उतारा। जिसमें कोई भी कंप्यूटर को बड़ी आसानी से माउस के जरिए इस्तेमाल कर सकता था। और फिर 1986 में ही बील गेट्स ने अपनी कंपनी को सार्वजनिक कर लिया।
जिसमें माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को एक एक नया विद्या और रचनत्वक आधार दिया और उन्होंने कुल स्टोर का 45% हिस्सा अपने पास रखा। जिसने उन्हें 31 साल की उम्र में अरब पति बना दिया था।
सन 1987 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1987 तक बिल गेट्स इस दुनिया के सबसे कम उम्र के अरब पातियो में से एक था। लेकिन इस साल माइक्रोसॉफ्ट को एक बड़ा क्राइसिस का सामना करना पड़ा। क्योंकि IBM ने माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के सॉफ्टवेयर MS-DOS को उसको खुद के बनाए सॉफ्टवेयर OS/2 से बदल दिया .
और माइक्रोसॉफ्ट को IBM से बाहर कर दिया। लेकिन बिल गेट्स ने आपने कंपनी के सबसे बड़े कस्टमर को खो देने के बाद भी हार नहीं मानी। और Microsoft Window को अपडेट करना शुरू कर दिया।
सन 1990 | Motivational Story in Hindi for Student
22 मई सन 1990 में माइक्रोसॉफ्ट में एक नई Window 3.0 को लॉन्च किया और साथ ही साथ बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट प्रोडक्ट की कीमतें भी घटा दी। इसके पीछे उनका मकसद था कि और कोई भी सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी उनके सामने टिक न सके। और इसी वजह से IBM का OS/2 मार्केट में फेल हो गया। और Microsoft Window 3.0 बहुत जल्दी सबसे ज्यादा बिकने वाली Window बन गई।

सन 1993 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1993, बुरा समय अभी भी माइक्रोसॉफ्ट से खत्म नहीं हुआ था। क्योंकि सन 1993 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी की न्याय विभाग द्वारा कुछ कानूनी जांच की गई, जिसमें पाया गया कि माइक्रोसॉफ्ट कंपनी कंप्यूटर निर्माताओं द्वारा बेचे गए कंप्यूटर की कुल संख्या के आधार पर लाइसेंस फीस चार्ज कर रही थी चाहे उन्हमें माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया गया ना हो।
सन 1994 | Motivational Story in Hindi for Student
जुलाई सन 1994 में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को न्याय विभाग की बात से सहमत होकर ये चार्ज लगाना बंद करना पड़ा। और फिर न्याय विभाग द्वारा ये केस भी बंद कर दिया गया। और इसी साल 1 जनवरी सन 1994 में 37 साल की उम्र में बिल गेट्स ने उनके कंपनी में काफी साल से काम कर रही 28 वर्षीय Melinda French से शादी कर ली थी।
ये भी पड़े:.
- One mistake and it’s all over True Love Love Story in Hindi
- Annabelle Doll Full Most Horror Story in Hindi
लेकिन उनकी शादी के बस कुछ ही महीने बाद 10 जून सन 1994 को ब्रेस्ट कैंसर के कारण बिल गेट्स की मां की मृत्यु हो गई और इस घटना से बिल बहुत दुखी हुए।
सन 1995 | Motivational Story in Hindi for Student
सन 1995 माइक्रोसॉफ्ट के लिए बहुत ही ज्यादा अच्छा रहा। क्योंकि इस साल बिल गेट्स ने Microsoft Windows 95 को Lunch किया था। बिल गेट्स अपनी 42 साल की उम्र तक अमेरिका में रहने वाले दुनिया के सबसे ज्यादा अमीर इंसान थे। जिनके पास $50 बिलियन की संपत्ति थी। जो बढ़ते बढ़ते आज 90 बिलियन डॉलर हो गई है।
बिल गेट्स के पास दो बेटियां और एक बेटा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतना अपार धन होने के बावजूद भी बिल गेट्स ने अपने बच्चों को अपने जायजाद में से सिर्फ 10 मिलियन डॉलर देकर जाने का फैसला किया है। जो कि इनकी दौलत का एक बहुत ही छोटा सा हिस्सा है। और उसके बारे में पूछे जाने पर बिल गेट्स सिर्फ इतना ही कहते हैं कि,
मैं अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दूंगा लेकिन इतनी अधिक दौलत छोड़ कर जाना मेरे बच्चों के लिए उचित नहीं है। मैंने कुछ साल पहले ऐसा महसूस किया कि मेरी दौलत जो समाज से आई है उस समाज में ही वापस जानी चाहिए। इतनी दौलत जिसका का अनुमान लगाना भी मुश्किल है, वह किसी के बच्चों को नहीं जानी चाहिए। जो उनके लिए सही नहीं होगा।
कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाला विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम दुनिया के 80% से भी ज्यादा यूज होने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है। जिसे माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने बनाया है। आज बिल गेट्स दुनिया के सबसे कामयाब अमीर बिजनेसमैन है। और एक अच्छे बिजनेस में होने के साथ ही उन्हें उनके मानव प्रेमी और आछे स्वभाव के कारण और अनगिनत धन संपत्ति दान करने के लिए कई पुरस्कारों से नवाजा गया है।
सन 2014 में बिल गेट्स चेयरमैन के पद से हटकर सत्य नडेला (Satya Nadella) को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का CEO बनाया जो कि एक भारतीय हैं। और अब बिल गेट्स उनकी पत्नी Melinda Gates के साथ मिलकर एक NGO – The Bill and Melinda Gates Foundation (बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन) चलाते हैं। और पूरी दुनिया में बहुत ही भलाई का काम करते हैं।
और ये हे बिल गेट्स के द्वारा कही गई कुछ रोचक और महत्वपूर्ण बातें –
- “आपने आप की तुलना किसी से मत करो यदि आप ऐसा कर रहे हैं, तो आप स्वयं अपनी बेज्जती कर रहे हैं”।
- “जब आपके हाथ में पैसा होता है तो केवल आप भूलते हैं कि आप कौन हैं, लेकिन जब आपके हाथ खाली होते हैं, तो संपूर्ण संसार भूल जाता है कि आप कौन हैं”।
- “यदि आप गरीब जन्मे हैं तो यह आपकी गलती नहीं है लेकिन यदि आप गरीब मरते हैं तो यह आपकी गलती है”।
- “मैं एक कठिन काम को करने के लिए एक आलसी इंसान को चुनूंगा क्योंकि आलसी इंसान उस काम को करने का एक आसान तरीका खोज लेगा”।
- “अगर आप अच्छा नहीं बना सकते तो कम से कम ऐसा तो कीजिए कि वह अच्छा दिखे”।
Motivational Story in Hindi for Student – Conclusion
आज की “Bill Gates Motivational Story in Hindi for Student | सफलता के लिए बिल गेट्स की प्रेरक कहानी” ये कहानियाँ आपको केसा लगा ? जो इंसान को कुछ करने का जनून होता हे बह इंसान हजारो मुश्किल का सामना करने में पीछे नहीं हटते क्यूंकि उनके अंदर जीबन में कुछ बड़ा करने का कीड़ा रहेता हे।
अभी भी समय हे कुछ बड़ा करने का। इसलिए दोस्तों, आपने डूबी हुयी नींद से जागो और आगे बड़ो देखना सफलता आपकी चोकट पर दस्तक देगी।
आज की ये कहानी से अगर आपको थोड़ा भी पेरणा मिली हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिएगा ताकि वह भी जिंदगी को सही ढंग से जीना सीख सके और आगे बढ़ सके।
यदि आपको हमारा यह “Bill Gates Motivational Story in Hindi for Student | सफलता के लिए बिल गेट्स की प्रेरक कहानी” पसंद आया तो आपका सुझाव हमें कमेंट करके जरूर बताएं। और आपने दोस्तों के शेयर करना ना भूले।
Motivational Story in Hindi for Student – FAQ
Q. किया सिर्फ टैलेंट से सफलता मिलती है?
A. नहीं, सफलता के लिए टैलेंट से ज़्यादा ज़रूरी है लगातार मेहनत और धैर्य।
Q. पढ़ाई में समय की प्लानिंग क्यों ज़रूरी है?
A. क्योंकि समय ही सबसे बड़ा पूंजी है।
Q. अगर हम कमजोर महसूस करें तो किया करें?
A. खुद पर भरोसा रखो और कोशिश करते रहो।
Q. अगर परीक्षा में फेल हो जाएँ तो किया करें?
A. फेल होना हार नहीं, सीखने का मौका है।
Q. पढ़ाई का लक्ष्य कैसे तय करें?
A. अपने दिल की सुनो और जो करना पसंद है उसे लक्ष्य बनाओ।


