आज में आपके लिए “Physical Reality Best Horror Story in Hindi Real Story | डर एक एहसास हे गौरव तिवारी भौतिक सत्य घटना” लेकर आयी हु। ये कहानी इंडिया के सबसे बड़ा Expert और प्रसिद्ध Paranormal Investigation Gaurav Tiwari की कहानी हे, जो भुत-प्रेत की Research कर ता था।
डर एक एहसास हे, जो हम लोग डरावनी कहानी पड़कर या डरावनी कहानी सुनकर या डरावनी कहानी देखकर महसूस करता हे। और हकीकत में भुत-प्रेत, और चुड़ैल की कहानी पड़कर या सुनकर या देखकर हमें डर लगता हे। (Horror Story in Hindi Real Story)
और हम सभी ने लगभग बचपन में से ही भुत, प्रेत, चुड़ैल, और आत्मा ओ की कहानी सुनते आरहीहू। असल में कहानी सुनना सबको पसंद हे और खास तोर पे जब भुत-प्रेत,चुड़ैल की कहानी हो तो बहा से उठने की मन ही नहीं करता।
क्यूंकि भुत-प्रेत और चुड़ैल की कहानी बहुत ही दिलचस् होता हे। ये कहानी सुनकर डर तो लगता ही हे लेकिन सुनने में मजा भी आता हे।
Horror Story in Hindi Real Story
आज में एक नया और आनोखी असली Gaurav Tiwari Real Horror Story in Hindi दिल दहला देने वाली डरावनी कहानी लेकर आयी हु आप के लिए। लोग कहते हे पुराण हवेली या पुराण खंडार में या पुराण घर में भुत-प्रेत, बुरी आत्मा, चुड़ैल का ठिकाना होता हे। और भी लोग कहते हे रात में जंगल की सुनसान सड़क में भीं भुत-प्रेत, बुरी आत्मा, चुड़ैल दिखाई देता हे।
कोई इंसान आदमी हे या औरत आत्महत्या करता हे, या किसीका बेरेहेमिसे किसीको मार देता हे या किसीको कोई एक्सीडेंट हो जाता हे, तो उसकी आत्मा को मुक्ति नहीं मिलता, बह आत्मा भटकती रहती हे।
तब बो बुरी आत्मा भुत-प्रेत, या चुड़ैल बन जाता हे। पता नहीं ये बात कितना सच हे लेकिन जब हम कोई भुत-प्रेत, बुरी आत्मा, या चुड़ैल की कहानी सुनता हु या देखता हु तब हमारा मन में एक डर पैदा हो जाती हे।
और जब रातो में अकेला रहता हु तब बो डर का एहसास मन में आता हे तब हम बहुत ही डर जाता हे। और अस्चर्य बात ये हे की, कहानी सुनना तो दूर अगर रोतो में हमारे मन में भी गलती से भुत-प्रेत की याद आ जाता हे तो हमारे रोंगटे खरा हो जाता हे।
बच्चे या बड़े बुजुर्ग भुत-प्रेत की कहानी सुनना तो बहुत ही पसंद करते हे। और कहानी सुनने के बहुत भी डर लगता हे। ऐसा मुहवसुस होता हे की कोई हमारा पीछे खड़ा हे या कोई हमें देख रहा हैं। और ये सोच कर हमारा रोंगटे खड़ा हो जाता हे।
दोस्तों, कुछ कुछ लोगो को मानना हे भुत-प्रेत बास्तब में हे, और कुछ कुछ लोगो को मानना हे भुत-प्रेत बास्तब में नहीं हे, सभी काल्पनिक हे। दोस्तों कमेंट करके जरूर बताये असली में भुत-प्रेत या चुड़ैल, बुरी आत्मा, आछी आत्मा बास्तब में हे या नहीं। तो चलिए दोस्तों शुरू करते हे आजकी ( Horror Story in Hindi | हिंदी में रोंगटे खड़ा होने बाली डरावनी कहानियाँ –
Horror Story in Hindi Real Story of Gaurav Tiwari
भुत-प्रेत आत्मा इन सब में विश्वास ना करने वाले भारत के एक इंसान के साथ एक दिन कुछ ऐसी घटना घटती है कि, सब कुछ छोड़ कर ना बह इंसान इन सब में विश्वास करता है बल्कि भूतों का Research करना शुरू कर देता है।
जिसमें वह बताता है कि कोई भी आत्मा जब किसी इंसान को मारने की कोशिश करती है तो उस इंसान के गर्दन पर एक Black Line का निशान आ जाती है।
और इसके लिए वह The Woman Flim का उदाहरण देते हैं। उसकी भूतों पर Research ऐसे ही जारी रहती है। तो एक दिन 7 जुलाई 2016 को बाथरूम में नहाते वक्त रहस्यमई तरीके से उसकी मौत हो जाती है। इसमें हैरानी की बात यह होती है कि उस वक्त उसके गर्दन पर भी Black Line का निशान आ जाती है जो सबको हैरान कर देती है।
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दोस्तों इसकी पूरी कहानी सुनने के बाद अगर आप भूतों में विश्वास नहीं करते हे तो पक्का बिश्वास करने लग जाओगे। और अगर फिर भी विश्वास ना हो तो मैं आपको अपने दोस्त का यूट्यूब चैनल बताऊंगा जहां पर आप रियल Paranormal Activity को होते हुए देख सकते हैं। दोस्तों, गौरव तिवारी, यह नाम सुनकर सबसे पहले आपके दिमाग में भूत प्रेत और Paranormal Investigation जैसी चीजें आएंगी।
और आए भी क्यों ना क्योंकि आप जितने भी Field में प्रमुख योगदान है वह कहीं ना कहीं Gaurav Tiwari नहीं किए थे। कैसे एक Actor से Gaurav Tiwari इंडिया के सबसे Expert और प्रसिद्ध Paranormal Investigation बन गए। कैसे भानगढ़ किले ने उन्हें पूरी दुनिया में बह सुहारथ दिलाई उसे पाने में लोगो को 7 जनम चले जाते हे।
गौरव तिवारी जिन्होंने 6000 से भी ज्यादा प्यारे नॉर्मल संस्थाओं पर रिसर्च की थी। यह कहना गलत नहीं होगा कि आज जो हमारी इंडियन पैरानॉर्मल सोसायटी जिस मुकाम पर है उसमें बहुत बड़ा हाथ गौरव तिवारी का था।
ये बहुत ही दुखद है कि आज के समय इतनी महान व्यक्ति हमारे साथ नहीं है। पर क्या आपको इनके भूत के पीछे का वह सच मालूम है जिसे पूरी दुनिया से छुपाए जाता है। क्या सच में जिस भानगढ़ किले ने उसे पूरी दुनिया में सुहराथ दी थी वहीं इनके मौत का कारण बनाया या कुछ और।
दोस्तों, Gaurav Tiwari का जन्म 2 सितंबर 1984 में मध्यप्रदेश में हुआ था। Gaurav Tiwari का परिवार एक नास्तिक परिबार था। उन्हें भूतों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं था। और यही चीजें आगे चलकर गौरव में भी देखने को मिली। जैसे जैसे समय के साथ बड़े हुए उन्हें यह सब चीजों मनगढ़ंत कहानियों से ज्यादा कुछ नहीं लगती थी।
यहां तक कि उनके बारे में एक ऐसी भी News बहार आयी थी कि जब वह छोटे बच्चे थे और उनके दूसरे दोस्त उन्हें किसी भूतिया जगह के बारे में बताते थे तो उस समय Gaurav Tiwari डरने के बजाय उस जगह पर अकेले जाकर अपने दोस्तों को दिखाता था वह हमेशा यह साबित करने में रहते थे कि जिस चीज का अस्तित्व ही नहीं है उसे माना कैसे जा सकता है।
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उन्हें थोड़ा भी भूत-प्रेतों का ऊपर विश्वास नहीं था। उनकी सोच कभी भी सीमित सीमाओं तक बंद नहीं रहना चाहती थी। वह कभी नहीं चाहते थे कि वह भी दूसरे लोगों की तरह सब अंधविश्वास में विश्वास करें।
लेकिन उनकी जिंदगी को कुछ और ही मंजूर था और ऐसा कहते हैं ना कि आपकी लिखी किस्मत सिर्फ भगवान ही मिटा सकते हैं। ऐसा ही कुछ गौरव के साथ हुआ।
जब उन्होंने अपना Career Actor के रूप में स्टार्ट किया था शुरुआती समय में छोटे-मोटे सिनेमा थियेटर में Roll मिलते थे और एक्टिंग की वजह से शुरुआत समय में अच्छी पहचान मिल गईथी।
पर आगे चलकर उन्हें लगा कि अभी उन्हें जो Success नहीं मिली जो उन्हें मिलनी चाहिए थी। उस दिन असमंजस में गौरव ने फैसला किया कि वह एक्टिंग पूरी तरह से छोड़ देंगे।
अब जैसे कोई सामान्य इंसान अपना सपना छोड़ देता है तो वह अकेला महसूस करने लगता है, वैसे ही गौरव भी करने लगे थे। उस से बाहर आने के लिए उन्होंने फैसला किया कि वह पायलट बनेंगे।
पायलट बनने के लिए उन्हें अच्छे खासे पैसों की जरूरत थी। क्योंकि उसे बाहर जाकर इसके लिए पढ़ाई करनी थी। कुछ पैसे उठाकर गौरव US पहुंचे और वहां पर अपने पायलट की पढ़ाई करने लगे। और उन्हें नहीं पता था कि उनका पायलट बनने का फैसला करना उनकी जिंदगी को इस तरह से बदल कर रख देगा।
US में पायलट की पढ़ाई करते-करते उन्हें लगभग 4 महीने बीत गए थे। तभी एक दिन बह अपने दोस्त के घर गए। उनके दोस्त का घर फ्लोरिडा में था। जो कि उनके शहर से थोड़ी ही दूरी पर था।
वह अपने दोस्त के साथ फ्लोरिडा गए और कुछ दिन अपने दोस्त के घर पर ही रुकने का फैसला किया। और यहीं पर अभी उनकी जिंदगी बदलने वाली थी।
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एक शाम को बातों बातों में गौरव के दोस्त ने कहा कि तुम्हें जो सामने वाली बिल्डिंग दिख रही है उसके तीसरे Flor पर भूत रहते हैं लेकिन गौरव ने इस बात को नकार दिया और कहा कि देख भाई भूत जैसी कोई चीज नहीं होती।
गौरव ने कहा विश्वास नहीं होता तो चलो मैं दिखाता हूं मैं अकेले उस बिल्डिंग में जाकर आता हूं। उनके दोस्त ने कहा अरे तुम्हें अकेले जाने की जरूरत नहीं है, मैं भी चलता हूं।
और अगर कुछ नहीं दिखा तो मैं मान लूंगा कि ऐसी कोई चीज नहीं होती है। लेकिन हम वहां पर रात को जाएंगे। रात के वक्त गौरव ने अपने दोस्त के साथ उस बिल्डिंग में गया।
उस बिल्डिंग के तीसरे फ्लोर पर पहुंचते ही गौरव को थोड़ा अजीब सा एहसास होने लगा कि जैसे यहां पर कोई ऊर्जा हे कोई एनर्जी हे। गौरव को आज से पहले ऐसा कुछ भी एहसास नहीं हुआ था।
गौरव का दोस्त ने बताया था कि इस बिल्डिंग के ऊपर कोई लड़की की आत्मा है यहां पर आने वाले हर एक आदमी को उसकी आवाज सुनाई देती है। और गौरव के साथ भी ऐसा ही हुआ।
गौरव को भी वहां पर किसी की आवाज सुनाई दे रही थी। गौरव वहां से तेजी से अपने दोस्त के साथ बिल्डिंग से बाहर आ गया। और पहली बार उसने डर का एहसास किया। वहां से आने के बाद गौरव ने अपने दोस्त को बताया कि उन्होंने किसी लड़की को बिल्डिंग के मुहाने पर चलते हुए भी देखा है।
और वह दिन था जिसके बाद गौरव को भूत-प्रेतों में रुचि बढ़ने लगी। और बह एक नास्तिक से आस्तिक बन गए। उन्होंने कुछ ही समय बाद अपनी पायलट बनने की पढ़ाई छोड़ दी। और अपने मां-बाप को बिना बताए वहीं पर भूत प्रेतों पर Research करने लगेHorror Story in Hindi Real Story
गौरव ने वहां पर रहकर 80 से ज्यादा पैरानॉर्मल संस्थाओं पर Research की। ओर लगभग 5 महीने की रिसर्च के बाद उन्हें विश्वास हो गया कि उनके जीवन का मकसद एक Paranormal Investigator बनना है।
गौरव ने यह फैसला कर लिया था पर अपने परिवार वालों को मनाना आसान नहीं था। लेकिन फिर भी उन्हें किसी तरह अपने परिवार को इस बात के लिए मना लिया।
क्योंकि उस समय पर इंडिया में पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेशन वाली Field बिक्शित हो रही थी। और उस समय पर किसी के पास जा कर यह कहना कि मुझे भूत-प्रेतों का अध्यन करना है, उनकी खोज करनी है, तो यह मजाक की बात थी। पर गौरव ने समाज को नकारते हुए अपने रुचि की तरफ बढ़ने का फैसला किया।
और 2008 में बह भारत लौट आए। भारत आने के बाद उन्होंने Indian paranormal society की स्थापना की। जिससे वह आगे चलकर चेयरमैन भी बने। उस समय पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेशन नया-नया ही लोगों के बीच में आया था।
इसलिए थोड़े ही समय में उन्हें बहुत अच्छी सफलता मिल गई। गौरव तिवारी को कई सारे न्यूज़ चैनल पर बुलाकर उनके भूत-प्रेतों पर विचार और पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेशन से जुड़े किस्से सुनाने के लिए कहा जाता था।
उसी समय पर उन्हने Ghost night out भूत आया और एक ऐसा धर्म शक्ति नाम के कई सारे सोच भी किए थे। बह कुछ ही समय में लोगों के बीच बहुत ज्यादा प्रचलित हो गए थे और लोग भूत-प्रेत से जुड़े और फैक्स जाना चाहते थे।
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पर अभी तो गौरव तिवारी के करियर की शुरुआत हुई थी। उन्हें इसके बाद अपने रिसर्च में एक नई कड़ी जोड़ने का आइडिया आया। उन्होंने सोचा कि मैं उस जगह पर जाकर भी रिचार्ज करेंगे।
जो लोगों के बीच काफी ज्यादा भूतिया घटनाओं के लिए प्रचलित है। और उनका यह आइडिया बहुत ही ज्यादा उनके लिए सफलता की सीढ़ियां खोलने वाला था।उनके इस आईडिया के जरिए एक के बाद एक सफलता के मुकाम आते गए।
और गौरव लोगों के बीच में गौरव तिवारी की बातें आम हो गई थी। और अभी आया उनके करियर का सबसे Big Point . जब गौरव तिवारी को सर्फ भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में पहचान मिलने वाली थी। गौरव तिवारी ने भानगढ़ के किले के बारे में बहुत सुना था। और उस समय पर भानगढ़ का किला डरावनी स्थान में प्रचलित था।
गौरव तिवारी ने वहां पर Research करने का फैसला किया। और अपनी पूरी टीम के साथ दिन-रात भानगढ़ किले में रहकर पैरानॉर्मल एक्टिविटीज खोज करने की कोशिश की। और इसका कुछ भी निस्कस नहीं निकला।
गौरव तिवारी अंत में ही है बताया कि यह जगह पूरी तरह से किसी इंसान के रहने के लिए सुरक्षित है। यहां पर कोई भी भूत-प्रेत या बुरी शक्ति का साया नहीं है। और इस रिसर्च के बाद तो मानो गौरव के बारे में लोग बाहर के देशों में भी जानने लगे थे।
वह गौरव तिवारी के जीबन का सबसे ऊंचाई वाला पॉइंट था। उसी टाइम में गौरव तिवारी के पास उनकी जिंदगी का सबसे डरावना पहला Paranormal केस आया। असल में हुआ यह था कि, एकदिन गौरव अपने Office में बैठकर काम कर रहे थे और उनके मोबाइल पर किसी अननोन नंबर से कॉल आता है।
उस समय लगभग रात के 1:30 बज रहे थे। गौरव सोचने लगे कि इतनी रात को कॉल किसने किया होगा? गौरव ने जैसे ही फोन उठाया तो सामने से एक आदमी डरते हुए कहने लगा कि सर हमारी जान बचा लीजे हमारे यहां पर एक चुड़ैल का साया है।
गौरव ये सुनकर बहुत असमंजस में पड़ गए। लेकिन उन्होंने हां कर दी और उनका एड्रेस नोट कर लिया। बह अपनी टीम के साथ अगले ही दिन उनके घर पर गए और उनसे पूछा कि किस घर में आपको लगता है कि चुड़ैल है?
उस पर उस आदमी ने कहा कि सर इसी घर में जिसमें हम अभी खड़े हैं। उन्होंने कहा कि आपको ऐसा क्यों लगता है कि इस घर में कोई डरावनी सकती है? तो उन्होंने कहा कि सर काफी दिनों से हमें घर में सामान अपने एक जगह से दूसरी जगह हिलते हुए देखते हैं।
कोई समझ सुबह एक जगह रखा होता है तो शाम तक उसकी अपने आप जगह बदल जाती है। और इतना ही नहीं रात में किसी के चलने और हंसने की आवाज है तो नॉर्मल सी हो गई है। और 1 दिन तो जब मैं रात में घर आया था तो आसानी से लाइट चली गई थी और मैं टॉर्च लेने के लिए घर के ऊपर की तरफ गया था।
जैसे ही मैं Torch लेकर कमरे से निकल रहा था तभी अचानक से दरवाजे के सामने मुझे बह चुड़ैल पहली बार दिखाई दी थी। उसका चेहरा इतना भयानक था कि मेरी डरसे चीख निकल पड़ी। उस दिन के बाद मुझे पता चल गया कि घर में किसी चुड़ैल का साया है।
पर न जाने बह कैसे इस घर में आ गई। आप किसी तरह से बस हमें उससे बचा लीजे। नहीं तो हमें यह घर छोड़कर जाने की सेवा हमारे पास कोई और रास्ता नहीं है। गौरव तिवारी ने अभी तक काफी सारे ऐसे कैसे सुलझये थे और इस बार वाला केस पहले जैसा नहीं था।
गौरव तिवारी ने लगभग 1 हफ्ते तक उस घर में अपने Research जारी रखी और अंत में इस निष्कर्ष पर आए की इस घर में सच में कोई बुरी शक्ति का साया है। गौरव तिवारी ने कई बार उस शक्ति से संपर्क करने की कोशिश की पर कभी भी उससे बात नहीं कर पाए।
गौरव तिवारी के साथ इस केस के दौरान बहुत बड़ी डरावनी घटनाएं भी हुई। जैसे कभी-कभी वह हेड कौन सी आवाज सुनने की कोशिश करते, तो उसमें से किसी के बोलने की आवाज आने लगती।
जो कैमरा को रात को रिकॉर्ड करने के लिए यूज करते थे उसमें अचानक से प्रॉब्लम आ जाती। इतना ही नहीं जितने भी जिनको घर में रुके थे उनके टीम मेंबर कभी यही कहना था कि उन्हें भी यहां पर किसी के होने का एहसास हो रहा है।
उन्होंने कहा कि जब भी बह किसी कमरे में अकेले होते हैं तो ऐसा लगता है कि उनके अलावा भी कोई उस कमरे में बैठा है, जो भी देख रहा है। बस इतना ही नहीं,
एक दिन जब गौरव रात को उसी घर में सो रहे थे उनके सपने में वह आत्माएं आयी जो उन्हें मारने की कोशिश कर रही थी। उन्होंने जागने के बाद सब को यह बताया कि वह चुड़ैल उन्हें बार-बार इस घर से बाहर जाने के लिए कह रही थी।
वह आत्मा बार-बार किसी ना किसी तरह से गौरव को हानि पहुंचाने की कोशिश कर रही थी। गौरव तिवारी ने कई बार उस आत्मा को उस घर से हमेशा के लिए बाहर निकालने की कोशिश की पर ऐसा नहीं हो पाया।
बल्कि काफी बार इसका उल्टा असर हुआ। ऐसा लग रहा था कि वह आत्मा इस घर को छोड़ना ही नहीं चाहती है। ऐसा लग रहा था जैसे इस घर के साथ उसका कोई गहरा संबंध हे।
घर के मालिक से जो पूछा गया कि, इस घर में रहने आने से पहले यहां पर कौन रहता था? जिस पर उन्होंने कहा कि हमने ही बनाया है। यहां पर सबसे पहले रहने वाले भी हम ही लोग हैं।
गौरव के मन में ख्याल आया कि शायद इस घर के साथ कोई काला जादू किया गया है। और गौरव का यह सोचना सही भी निकला। खोज करने पर उन्हें पता चला कि घर के चारों कोनों पर कील लगे हुए थे।
और घर के कई जगह पर काले जादू के सामान छिपाए गए थे। गौरव के साथ और परिवार वाले भी बहुत हैरान हो गए। गौरव जितना भूत-प्रेतों पर विश्वास करते थे उतना ही उन्हें भगवान पर विश्वास था।
जब उन्होंने काले जादू के सारे सामान घर से निकाल दिए तो आखिर में घर से जाते हुए उन्होंने घर में शुद्धिकरण पूजा करवाई। उनका मानना था कि पूजा करने से घर में पवित्र ऊर्जा बनी रहती है।
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और इस केस को सॉल्व करने के बाद एक बार फिर से लोगों के बीच गौरव की बातें चलने लगी और गौरव अब अपने सफलता की एक एक सिडिया बनाते जा रहे थे।
पर किसे पता था कि अगले दो महीनों में लोगों को गौरव तिवारी के मौत की खबर मिलने वाली थी। गौरव तिवारी की मौत कैसे हुई उन्हें किसी प्रेत ने मारा यह एक सामान्य मृत्यु थी, यह बात लोगों के बीच आग की तरह फैल गई।
तो चलिए हम बताते हैं कि गौरव तिवारी की मौत के पीछे का असली रहस्य क्या है? उन्होंने कुछ ही समय पहले शादी की थी पर वह आगे आने वाले भविष्य से अनजान थे। उन्हें देर रात तक काम करने की आदत थी। अगर वह किसी भी केस में लग जाते तो उसे पूरा किए बिना नहीं उठते थे।
एक दिन बह देर रात घर आई। जिसके कारण उनके और उनकी पत्नी के बीच झगड़ा हो गया और कुछ दिनों तक उनके बीच कोई बात नहीं हुई।
7 जुलाई 2016 को द्वारका में अपने घर पर गौरव लगभग 11:00 बजे नहाने गए थे। लेकिन लंबे समय तक वॉशरूम से नहीं निकले तो उनके पिताजी और उनकी पत्नी ने उसे आवाज लगाई, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया।
वह बाथरूम का दरवाजा खोलने की कोशिश करते हैं और इसमें कामयाब भी रहते हैं। लेकिन वह देखते हैं कि गौरव फर्श पर पड़े थे। वह गौरव को तुरंत अस्पताल ले जाते हैं लेकिन रास्ते में ही Great Paranormal Investigator Gaurav Tiwari इस दुनिया को छोड़ कर चले जाते हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आता है कि उनके सास न लेनेकी की वजह से मृत्यु हुई है। और पाया गया कि उनके गर्दन के चारों ओर एक पतली काली रेखा गई थी। इस चीज पर पुलिस को लगता था कि यह आत्महत्या का मामला है। क्योंकि गौरव अपनी पत्नी से लड़ाई के बाद पिछले कुछ दिनों से तनाव में थी।
लेकिन फिर भी सबूत की कमी के कारण उन्होंने इसकी पुष्टि नहीं की और जितना आसान लोग इस घटना को समझ रहे थे यह उतना आसान भी नहीं था। काफी सारे लोगों का ऐसा मानना था कि असल में गौरव की मृत्यु कोई आत्महत्या नहीं बल्कि किसी प्रेत के कारण हुई थी।
और हम इस बात को पूरी तरह झुकना भी नहीं सकते यदि हम गौरव तिवारी के शब्दों पर विचार करते हैं। जिसमें वह हमेशा एक ब्लैक लाइन सिद्धांत के बारे में बताते थे।
कि जब शक्तिशाली शैतानी आत्मा बदला लेने की कोशिश करती है तो बह गर्दन को दबाकर उस व्यक्ति को मारने की कोशिश करती है। जिसके कारण एक काली लकीर उस व्यक्ति के गर्दन पर होती है।
उन्होंने गर्दन के ऊपर उस ब्लैक लाइन सिद्धांत की व्याख्या करने के लिए The Woman फिल्म का उदाहरण भी दिया था। जो कि एक असल जीवन की भूतिया घटना पर आधारित है। एक तरफ तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट oxygen की कमी का कारण बताती है।
और कुछ लोग इसे आत्महत्या बताते हैं। वहीं दूसरी तरफ गौरव का सब्द उनकी मृत्यु का कारण कुछ शैतानी शक्तियों के परिणाम दर्शाते हैं। क्या गौरव तिवारी की मृत्यु का कारन oxygen की कमी से हुई? इसके पीछे कोई आत्मा हे? इसका रहस्य उनकी पत्नी ने आगे जाकर खोल दिया।
उन्हने कुछ समय बाद लोगों के साथ इस बात का जिक्र किया था कि, गौरव की मृत्यु से पहले वह किसी भूतिया घर के केस पर रिसर्च कर रहे थे। उन्होंने बताया कि गौरव को योगेश एक हफ्ते में मिला था।
जिसमें घर में भूत होने की आशंका थी। पर जब गौरो ने इस केस को अपने अंडर लिया और वह जब उस घर को देखने गए तो उनकी आशंका ने लगभग एक सच्चाई का रूप ले लिया था।
उन्होंने बताया कि गौरव को उस घर में असल में प्रेतात्मा दिखी थी। उन्होंने इसके बारे में बताया कि वो इस केस के चलते रात रात भर जाकर काम करते थे और यह सब चीजें उनके उन दोनों के तनाव को भी दर्शाती थी।
मत से एक दिन पहले जब गौरव अपने घर आए थे तो उन्होंने अपनी पत्नी को बताया था कि जिस आत्मा से बह संपर्क कर रहे हैं तो बहुत ही खतरनाक है।
लेकिन जब वह अगले दिन घर आए तो उनके चेहरे पर सामान्य दिन के हिसाब से कुछ ज्यादा ही तनाव था। वह साफ साफ यह दर्शा रहा था कि शायद उनके साथ कुछ बुरा हुआ है। फिर जैसे ही गौरव अपने बाथरूम में गए तो उसके बाद वो कभी नहीं लौटे।
लोगों का भी मानना है कि गौरव तिवारी कि उसने गला दबाकर जान ले ली किसी तरह से गौर तिवारी उस आत्मा पर काबू नहीं कर पाए जिस वजह से भूतिया शक्तियों के हाथ में आने के कारण उसकी जान चली।
दोस्तों, एक बात बता दूं कि उनकी मौत को लेकर जो भी बातें हे सब की सब कुछ लोगों की विचारधारा है। असल में आज भी उनकी मौत को सुसाइड कहा जाता है।
पर आप हमें जरूर बताइएगा कि आपको क्या लगता है कि गौरव तिवारी की मौत सुसाइड थी या किसी आत्मा ने उन्हें मारा था तो। दोस्तों, मेरा इस चीज को लेकर यही मानना है कि गौरव तिवारी की मौत पूरी तरह से किसी बुरी शक्ति के कारण ही हुई थी। दोस्तों, आप में से कुछ लोग होंगे जिन्हें भूत-प्रेतों पर विश्वास नहीं है।
तो मैं आपको एक यूट्यूब चैनल का नाम बताता हूं जिसका नाम है Koi Tha Official इस चैनल पर आप लोग एक बार जरुर विजिट करना उसके बाद तो आपको पक्का विश्वास हो जाएगा कि इस दुनिया में भूत नाम की भी चीज होती है। वैसे अगर ये Story अच्छा लगा तो उसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करना बाकी मिलते हैं अगले कहानिओ में।
Conclusion – निष्कर्ष –
आज की (Best Horror Story in Hindi Real Story | गौरव तिवारी भौतिक सत्य घटना 2023) ये कहानियाँ आपको केसा लगा ? मित्रो ये कहानी एक असली हे। जो गौरव तिवारी की जीबन कथा से जुड़ी हे।
रात में अकेला ना घूमने जाये। कोई भी हन्टेड जगह पर तो बिलकुल नहीं जाना। अगर रात में कही घूमने जाना हे तो हमेशा आपने माता-पिता या कोई आपने बड़े बुजुर्ग को साथ में लेकर जाये। और एक बात मित्रो, ऐसी कोई भी जगह जाने से पहले आछि तरह जानकारी लेकर जाये।
Horror Story in Hindi Real Story of Gaurav Tiwari FAQ
॥धन्यवाद॥
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