आज में “Heart Touching Motivational Story in Hindi” आप लोगो एक ऐसी कहानी बता ने जा रहा हु जो पढ़कर आपकी आँखोमे आशु जरूर आएगी। ये एक शिक्षिका और छात्रों की दिल को छूने बाली प्रेरक कहानी हे।
Heart Touching Motivational Story in Hindi
“Heart Touching Motivational Story in Hindi” शिक्षक और छात्रों में एक अद्भुत प्यार होता हे जो सबकी दिल को छू जाता हे। शिक्षक अच्छा हे तो छात्रों भी अच्छे होते हे। शिक्षक छात्रों के परम गुरु होता हे। और एक शिक्षक ही एक छात्रों की जीबन बदल सकता हे।
दिल को छूने बाली प्रेरक कहानी
Heart Touching Motivational Story in Hindi
ये “Heart Touching Motivational Story in Hindi” कहानी एक ऐसा दिल को छूने बाला कहानी हे जो पड़कर आपकी आँखोमे आँसू जरूर आएगी। और इस कहानी को सुनने की बाद आगर किसी की आँखो में आँशु ना आये तो इंसान शायद एक पत्थर दिल का होगा।
देरादून की एक गांव में एक प्रथामिक स्कूल में शिला नाम की एक शिक्षिका था और बह शिक्षिका कक्षा 5 की क्लास करता था। और बह शिक्षिका की एक खाश बात थी की जब भी बह शिक्षिका क्लास में आती थी तब हमेश लव यू बोला करती थी।
लेकिन शिक्षिका जानती थी की बह सच नहीं बोल रहा हे और बह शिक्षिका क्लास की सभी बच्चो से एक जैसा प्यार नहीं करता था। बह कक्षा में बहुत सारे बच्चे थे और उनमेसे एक बच्चा ऐसा था जिसे उनकी फटी आँख भी पसंद नहीं था।
बह लड़का का नाम था सनु। सनु ख़राब कपड़े में स्कूल आता था। उसके बाल बिखरे हुए, कॉलर में मेल की निशान, जूता की लेस खुला हुआ और तो और क्लास में पड़ने बक्त उसकी ध्यान कही और ही होता था।
मेडम जब सनु को डटता था तब बह उसे चोख कर देखता। लेकिन उसकी चेहरा देखने पर लगता था की सनु शारीरिक रूप से कक्षा में मजूद होने की बाबजूद भी मानसिक रूप से क्लास में नहीं रहता था।
मैडम सनु की ये बर्ताब से बहुत ही नाराज थी। क्लास में आते ही सनु मैडम की समालोचना की शिकार बनने लगता था। सभी छात्रों ने बुराई की उदाहरण सनु की नाम पर करते थे।
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क्लास की सभी बच्चे सनु की ऊपर हस्ते और मैडम भी उसे बहुत अपमानित करता था। हलाकि सनु ने किसीका बातो पे कोई जबाब नहीं देता था लेकिन मैडम की बात उसे बहुत बुरा लगता।
मैडम की सजा और डाट खाने की बाबजूद भी बह बस अपनी भाबनाओ से उन्हें खली नजरोसे देखा करता था और आपने सर झुका लेता। लेकिन मैडम को सनु से बहुत ही गंभीर नफरत हो चूका था।
सनु की पहला सेमिस्टर ख़तम हुआ और कक्षा की प्रोग्रेस बनाने की समय आया तो मैडम ने सनु की प्रगृति रिपोर्ट में सारे बुरी बाते लिख दिया। हर छात्रों की प्रोग्रेश रिपोर्ट पहले तो स्कूल की हेड मास्टर की पास जाता हे और उसके बाद छात्रों की माता-पिता के पास जाता हे।
स्कूल की हेड मास्टर जब सनु की प्रोग्रेश रिपोर्ट देखा, प्रोग्रेश रिपोर्ट देखते ही तुरंत मैडम को बुला लिया और मैडम को कहा, मैडम सनु की प्रगृति रिपोर्ट में सनु की कुछ तो प्रगृति भी लिखनी चाहिए थी नहीं तो उनकी माता-पिता बहुत ही निराश हो जायेगा।
मेडम ने कहा, में माफ़ी चाहती हु लेकिन सनु बहुत ही अलसी और पढ़ाई में बिलकुल भी ध्यान नहीं हे और मुझे लगता हे की उसकी प्रगृति की बड़े में और कुछ अच्छे लिख सकता हु।
मेडम ने बहुत ही गुस्से से हे बात हेड मास्टर को बोलकर बहा से चला गया। और थोड़ी देर बाद स्कूल की छुट्टी हो गया। हेड़ा मास्टर ने सनु के लिए एक बिचार किया और उन्होंने चपराशी के हाथ मेडम की डेक्स पर सनु की पिछले प्रगृति रिपोर्ट रख दी।
अगला दिन जब मैडम ने स्कूल आया तो उनकी नजर उस रिपोर्ट पर पड़ी। मैडम ने रिपोर्ट खोला तो देखा की सनु की पिछले साल की प्रगृति रिपोट। मेडम ने सोचा हे की पिछले कक्षा में भी सनु ने कोई बदमासी की होगी।
और मैडम ने कक्षा तीन की रिपोर्ट देखा। रिपोर्ट देखकर मैडम बहुत ही अस्चर्य हो गया और जब उन्होंने देखा की रिपोर्ट सनु की तारीफों से भरा पड़ा हे। रिपोर्ट में लिखा था की, सनु जैसा बुद्धिमान बच्चा मेरे जिन्दगीमे पहेली बार देखा और सनु बहुत ही शांत और संबेदनशील बच्चा हे।
सनु आपने मित्रो और अपने शिक्षको से बेहद लागब रखता हे। अन्तिम सेमिस्टर में भी सनु ने पहेला स्थान प्राप्त किया हे। मेडम कक्षा चार की रिपोट खोला, और उस रिपोट में लिखा था की, सनु उसकी माँ की बीमारी की बजह से बहुत ही परेशान में हे और उसका ध्यान धीरे धीरे पढ़ाई से जा रहा हे।
सनु की माँ को बहुत ही गंभीर बीमारी कैंसर हुआ हे और सनु की घर में उसका ध्यान रखने बाला और कोई भी नहीं हे। और इसका प्रभाब उसकी पढ़ाई पर पड़ी हे और निचे लिखा था की सनु की माँ अब इस दुनिया में नहीं हे।
और इसके साथ साथ सनु की जीबन में अँधेरा छा गयी हे और उसे बचाना होगा इससे पहले की बहुत ही देर ना हो जाये। ये पढ़कर मैडम आखो में आशु आ गए और कापते हातो से सनु की प्रग्रति रिपोर्ट बंद की।
अगले दिन जब मैडम ने क्लास में आये और उन्होंने हमेशा की तरह लव यू बोला मगर बह आज भी जनता था की बह आज भी झूट बोल रहा हे। क्यूंकि इसी क्लास में एक बच्चा सनु के लिए उसकी दिल में जो प्यार हे बह महसूस कर थी।
सनु बाकि लड़को से बहुत ही अलग था। मैडम ने पढ़ाई की दौरान सनु सबाल पूछा और सनु ने हमेशा की तरह अपना सर झुका लिया। मेडम ने फिर से पूछा और क्लास की सारे बच्चे हसने लगे।
तब सनु ने अपने सर उठके मैडम की तरफ देखा तो मैडम मुस्कुरा रहा था। मैडम ने सनु को आपने पास बुलाया और सबाल का जबाब बता कर दोहराने ने के लिए कहा।
सनु ने तीन-चार बार कोसिस करने की बाद बोल दिया और मैडम इससे बहुत ही खुस हो कर तालिया भी बजाय और बाकि छात्रों से भी तालिया बजबाई। मैडम हर सबालो की जबाब आपने आप बताते थे और फिर सनु की बाहय ही तारीफ करता था।
और सनु को अच्छे अच्छे की कारण की उदाहरण दिया करता था। धीरे धीरे सनु अब अंधेरे से बाहार आने लगा। अब मैडम की सबालो की जबाब बताने की जरुरत नहीं पड़ता था।
सनु ने सभी सबालो की सही जबाब देकर सबको प्रभाबित करता था और नए नए सबाल पूछकर सब को हैरान भी करता था। सनु की अब बाल भी बिखड़े हुए नहीं थे, कपड़े भी मेल नहीं थे सईद सनु ने खुद का काम खु ही करने लगा था।
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देखते ही देखते साल समाप्त हो गया और सनु ने दूसरा स्थान हासिल कर लिया और कक्षा पांच पास कर लिया। जब सनु दूसरे जगह स्कूल में दाखिल होने के लिए तैयार था।
कक्षा पांच बी की बिदय समराहो में सभी बच्चो ने मैडम के लिए अच्छा अच्छा गिफ्ट लेकर आये और मैडम की टेबिल पर रख दिया। इन सभी उपहार की बिच एक पुराणी पेपर से मोरा हुआ एक उपहार भी पड़ा था।
सभी बच्चे उसे देखकर बहुत ही हास् रहे थे और किसीको जननेमे देर नहीं लगा की ये गिफ्ट सनु ने लाया होगा। मैडम ने सभी उपहार को छोड़कर सनु की उपहार को निकालके खोलकर देखा,
तो उसके अंदर एक महिलाओ की द्बारा इस्तेमाल करने बाला एक इतर की सीसी और हाथो में पहने बाला एक कंगन था और उस कंगन की ज्यादातर मोती झाड़ चुके थे।
मैडम ने अपने ऊपर उस इतर को छिड़का और बह कंगन पेहेन ली। ये देखकर सभी बच्चे बहुत ही हैरान रहे गए और खुद सनु भी। आखिर कर सनु नहीं गया और मैडम की पास आकर खड़ा हो गया।
सनु ने रोते हुए मैडम को कहा, आज आप में से अपनी माँ जैसे खुस्भु आ रही हे। सनु की ये बात सुनकर मैडम की आखो में आशु आ गयी और सनु को आपने गले से लगा लिया।
सनु अब दूसरा स्कूल में जाने बाला था और कुछ ही दिनों में सनु ने दूसरे स्कूल में दाखिला भी ले लिया। सनु की पढ़ाई शुरू होने लगी समय बीतने लगा. दिन सप्ताह, सप्तहा महिनो और महीने सालो में बदलते भला कहा देर लगती हे।
सनु ने हर साल की अंत में मैडम को एक पत्र नियमित रूप से प्राप्त होता और इसमें लिखा होता की, मैडम इस सालो में कई टीचर से मिला लेकिन आप जैसा कोई भी नहीं था।
फिर सनु की पढ़ाई समाप्त हो गयी और पत्र भेजना भी समाप्त हो गया। और कुछ दिनों की बाद में मेडम रिटार्ड हो गयी। सनु ने एकदिन मैडम की EMAIL में एक पात्र भेजा।
और उस पत्र में लिखा था की, इस महीने की अंत में मेरा शादी हे आर आपकी बिना ये शादी नहीं होगा और एक बात मैडम, में आपने जीबन में बहुत सारे लोगो से मिल चूका हु लेकिन आप जैसा कोई भी नहीं हे। आपका डॉक्टर सनु।
सनु ने शादी में आने केलिए मैडम को प्लेन का टिकिट भी उसी EMAIL में भेज दिया था। मैडम ने अपने आप को रोक नहीं सकी और सनु की शादी में जाने केलिए रबाना हो गया।
मैडम ने सनु की शादी में पहुंचने केलिए थोड़ा देर लगा दिया था। उन्हें लगा की शादी की समाराहों समाप्त हो चूका होगा लेकिन ये देखकर मैडम हैरान हो गया की शहर की बड़े बड़े लोग, बिज़नेसमैन और तो और यहाँ की शादी करने बाला पंडित भी थक गए थे।
की आखिर किसका इंतजार कर रहा हे। सनु ने शादी की मंडप छोड़कर गेट की तरफ देखरहा था और मैडम की आने का इंतजार कर रहा था। सभी ने देखा की गेट से एक बूढ़ी औरत आ रहा हे, सनु ने तुरंत उस बूढ़ी औरत की पास दौरता हुआ गया और उनकी हाथ पकड़ कर सीधा मंडप पे लेकर गया।
मैडम ने सनु की दिया हुआ उनकी माँ की कंगन पहना हुआ था और ये देखकर सनु की आखो में असू सा आ गया। और मैडम की हाथ पकड़ कर कहा की, दोस्तो आप सभी ने मेरी माँ की बारेमे पूछा करते थे और में आप सभी से वादा किया करता था की जल्दी ही में आपने माँ से आप सभी को मिलबाऊँगी।
ध्यान से देखो ये हे मेरी प्यारी सी माँ। इस दुनिया की सबसे अच्छी हे मेरी मेरी माँ, ये हे मेरी माँ।
Conclusion – निष्कर्ष –
आज की “Heart Touching Motivational Story in Hindi | दिल को छूने बाली प्रेरक कहानी” ये कहानियाँ आपको केसा लगा? कमेंट करके जरूर बताना।
दोस्तों, इस सुन्दर सी “Heart Touching Motivational Story in Hindi” कहानिओ को शिक्षिका की शिष्य की रिश्ते की कारन ही मत देखियेगा, आपने आसपास थोड़ा ध्यान से देखो सनु जैसा बहुत फुल सी बच्चा हे जो आपकी थोड़ा सा प्यार उसको एक नया जीबन दे सकता हे।
॥धन्यवाद॥
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